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    समाजवाद की प्रयोगशाला में ठगी गई आधी आबादी, बिहार की इस सीट पर अब तक केवल एक महिला विधायक चुनी गई

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 04:20 PM (IST)

    मधेपुरा जिसे समाजवाद की प्रयोगशाला कहा जाता है भूपेंद्र नारायण मंडल जैसे नेताओं का गृह जिला है। यहां राम मनोहर लोहिया और कर्पूरी ठाकुर जैसे समाजवादी नेता आते थे। यह बीपी मंडल का भी क्षेत्र है। शरद यादव और लालू प्रसाद यादव जैसे नेताओं ने यहाँ से चुनाव जीता पर महिलाओं की भागीदारी कम रही है। 1952 से अब तक केवल एक महिला विधायक चुनी गई हैं।

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    बिहारीगंज (पूर्व में उदाकिशुनगंज) से रेणु कुशवाहा तीन बार जीत दर्ज कर चुकी हैं।

    जागरण संवाददाता, मधेपुरा। 1950 के दशक में कांग्रेस से इतर कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी की नींव रखने वालों में प्रमुख नेता रहे भूपेंद्र नारायण मंडल (बीएन मंडल) के गृह जिला मधेपुरा को समाजवाद का प्रयोगशाला कहा जाता है। समाजवाद के पुरोधा कहे जाने वाले भूपेंद्र नारायण मंडल के गृह क्षेत्र में शुरुआती दौर में राम मनोहर लोहिया, कर्पूरी ठाकुर सरीखे समाजवादी नेताओं का जमघट लगा करता था।

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    यह वंचितों को मुख्यधारा से जुड़ने का अधिकार देने वाली मंडल कमीशन के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री बिंध्येश्वरी प्रसाद मंड ल(बीपी मंडल) का भी गृह क्षेत्र है।

    बीपी मंडल, बीएन मंडल, राजनंदन यादव, राधाकांत यादव, आरपी यादव, वीरेंद्र सिंह से लेकर शरद यादव और लालू प्रसाद यादव की यह कर्मभूमि रही है। शरद और लालू मधेपुरा से एक-दूसरे को हराकर संसद पहुंचे। लेकिन समाजवाद के प्रयोगशाला में आधी आबादी को हिस्सेदारी कभी नहीं मिली।

    टिकट देने में भी दलों के हाथ तंग रहे:

    अतीत को झांके तो 1952 से अब तक महज एक महिला ही विधायक चुनी गईं। जिले के चार में से एक विधानसभा सीट बिहारीगंज (पूर्व में उदाकिशुनगंज) से रेणु कुशवाहा तीन बार जीत दर्ज कर चुकी हैं। 2005 में दो और 2010 के चुनाव में वे विधायक चुनी गई।

    लोकसभा में तो एक बार भी महिला को मौका नहीं मिला। टिकट देने में भी दलों के हाथ तंज रहे। हाल के दिनों में बस गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से शरद यादव की बेटी सुभाषिनी को टिकट मिला था।

    1962 में लोहिया ने बीएन मंडल को दिया था महिला को टिकट देने का मशवरा:

    बात 1962 के चुनाव से पूर्व की है। बीएन मंडल के करीबी रहे डॉ. भूपेंद्र नारायण यादव मधेपुरी बताते हैं कि राम मनोहर लिया का मधेुपरा आगमन हुआ था।

    चुनावी चर्चा के दौरान उन्होंने मधेपुरा विधानसभा के तात्कालीन विधायक बीएन मंडल से कहा था, अगर सच्चे समाजवादी हैं तो इस विधानसभा से किसी महिला को टिकट देकर चुनाव लड़वाइए और आप लोकसभा चुनाव की तैयारी करिए। अगर महिला प्रत्याशी नहीं मिल पा रही हैं किसी वंचित को टिकट दीजिए।

    महिला प्रत्याशी का चयन नहीं होने की स्थिति बीएन मंडल ने साहूगढ़ के भूपनारायण कामती को बीपी मंडल के खिलाफ चुनाव लड़ाया था।