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    Madhepura News: छात्रों ने अतिथि शिक्षक बहाली में धांधली का लगाया आरोप, कुलपति और कुलसचिव का पुतला दहन

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 07:00 PM (IST)

    मधेपुरा के भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में अतिथि शिक्षकों की बहाली में धांधली का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने कुलपति और कुलसचिव का पुतला दहन किया। अभ्यर्थियों ने आरक्षण रोस्टर का उल्लंघन और फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस बहाली में लाखों रुपये की उगाही की गई है।

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    अतिथि शिक्षक बहाली में धांधली का आरोप लगा अभ्यर्थियों ने फूंका कुलपति व कुलसचिव का पुतला। फोटो जागरण

    संवाद सहयोगी, मधेपुरा। विश्वविद्यालय में अतिथि शिक्षकों की बहाली में धांधली एवं रिश्वतखोरी का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने कुलपति और कुलसचिव का पुतला दहन किया।

    विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी डॉ. वसीमउद्दीन ने कहा कि भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में अतिथि व्याख्याता की बहाली के लिए 20 मार्च 2024 से 18 अप्रैल 2024 तक आवेदन की तिथि निर्धारण थी, जिसमें अभ्यर्थियों ने आवेदन किया।

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    कुलसचिव प्रो. डॉ. अशोक कुमार ठाकुर के आते ही आनन-फानन में अतिथि व्याख्याता की बहाली शुरू कर दी गई। इस बहाली में सभी विषयों के आरक्षण रोस्टर को ताक पर रखकर मेरिट का गला घोंटने का काम किया गया है।

    वहीं डॉ. प्रभात रंजन ने कहा कि इतिहास विषय में पिछड़ा वर्ग केटेगरी में 81 अंक होने के बावजूद उसे उसी वर्ग में रखा गया है, जबकि इडब्ल्यूएस वर्ग के 76 अंक वाले को अनारक्षित वर्ग में शामिल किया गया है, जो सरासर गलत है।

    वहीं ईबीसी पुरुष की जगह ईबीसी महिला को बहाल किया गया है, जो फर्जीवाड़ा को दर्शाता है, जबकि इतिहास विषय में पिछड़ा वर्ग का तीन सीटें थी लेकिन बहाली दो का ही किया गया।

    इसी तरह डॉ. सौरभ कुमार ने कहा कि जंतु विज्ञान विषय के एससी केटेगरी में राखी कुमारी को 47 मार्क्स पर बहाली किया गया, जिसे मौखिकी में 15 अंक देने पर भी 62 अंक ही होता है, जबकि उसी कैटेगरी में रानी विभा कुमारी, जो जेआरएफ हैं उनका मेरिट अंक 75 है, बावजूद चयन नहीं किया गया।

    इससे साफ जाहिर होता है कि इस बहाली में लाखों रुपये की उगाही की गई है और आरक्षण रोस्टर को ताक पर रख दिया गया है। मौके पर आइसा के जिला सचिव पावेल कुमार ने कहा कि अतिथि व्याख्याता बहाली में बायोटेक के आवेदकों को वनस्पति एवं जंतु विज्ञान विषय में बहाली किया गया है, जबकि इस विश्वविद्यालय में बायोटेक की पढ़ाई ही नहीं होती है।

    बायोटेक विषय का मामला हाईकोर्ट में लंबित है। इससे साबित होता है कि कुलसचिव द्वारा अवैध उगाही कर बहाली की गई है। छात्र राजद के प्रधान महासचिव एनके निराला ने कहा कि बीएनएमयू में इन दिनों रुपये का खेल चल रहा है।