Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    भिरखी छठ घाट काली मंदिर श्रद्धालुओं की मन्नतें होती हैं पूरी

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 03 Nov 2021 06:06 PM (IST)

    जागरण संवाददाता मधेपुरा काली मंदिरों में पूजा-अर्चना को लेकर विशेष तैयारी की जा रही

    Hero Image
    भिरखी छठ घाट काली मंदिर श्रद्धालुओं की मन्नतें होती हैं पूरी

    जागरण संवाददाता, मधेपुरा: काली मंदिरों में पूजा-अर्चना को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है।

    भिरखी छठ घाट काली मंदिर के पुजारी गोपी पंडित ने बताया कि पूजा को लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। इस मंदिर में आकर मां काली से सच्चे मन से मांगी गई मुरादें श्रद्धालुओं की पूरी होती है। उन्होंने बताया कि दीपावली की रात से शुरू होकर छठ तक विशेष पूजा होती है। शहर के समीप सुखासन गांव में काली पूजा की परंपरा काफी पुरानी है। कार्तिक अमावस्या की रात होने वाली पूजा के लिए यहां भव्य मंदिर बना है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ग्रामीणों के अनुसार 1865 से ही यहां प्रतिदिन काली पूजा का विधान है। काली पूजा के अवसर पर भक्तों द्वारा बलि प्रदान भी यहां पुरानी परंपरा है। वहीं, शहर के भिरखी काली मंदिर, रेलवे काली मंदिर और बंगला काली मंदिर में भी काली पूजा वर्षों से होती है। शहर के बंगला काली मंदिर में भी विधि विधान पूर्वक पूजा का आयोजन होता है। पुरैनी : प्रखंड मुख्यालय के राय ब्रदर्स दुर्गा मंदिर, समाज कल्याण चौक स्थित काली मंदिर, ज्ञान विकास बघरा काली मंदिर, मरूआही काली मंदिर, औराय काली मंदिर व कड़ामा काली मंदिर परिसर में दीपावली के मौके पर आयोजित होने वाली काली पूजा की सारी तैयारी कर ली गई है। काली पूजा को लेकर पूजा कमेटी द्वारा जहां मंदिर परिसर की साफ-सफाई कर रंग -रोगन का काम पूरा कर लिया गया हे। मूर्तिकार द्वारा मां काली सहित विभिन्न देवी-देवताओं की भव्य एवं आकर्षक प्रतिमा को अंतिम रूप दे दी गई है। इस मौके पर कई स्थानों पर दो दिवसीय भक्तिपूर्ण कार्यक्रम आयोजित करने की भी रूप-रेखा तैयार की गई है। इस बाबत विभिन्न पूजा कमेटी के सदस्यों ने बताया कि दीपावली के मौके पर गुरुवार की देर संध्या में मंदिर परिसर में मां काली सहित विभिन्न देवी देवताओं के प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्रखंड अंतर्गत औराय पंचायत के मरुआही एवं औराय गोठ बस्ती स्थित बम काली मंदिर पूजा कमेटी के सदस्यों ने बताया कि यहां गुरुवार की देर संध्या में प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा कर जहां पूजा-अर्चना की जाएगी।

    नोहर सरौनी काली मंदिर श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र संवाद सूत्र, ग्वालपाड़ा (मधेपुरा): प्रखंड के नोहर व सरौनी काली मंदिर में लगने वाला मेले की तैयारी पूरी कर ली गई है। देवी-देवताओं की भव्य प्रतिमा का निर्माण किया गया है। डाली भरने की प्रथा पूरे गांव के सभी घरों में विभिन्न प्रकार के फल ,पकवान एवं मिठाइयों से ग्रामीण महिलाओं द्वारा भरी जाती है। डाली भरने वाली प्रत्येक घर से एक महिला निर्जला व्रत रखती हैं। दीपावली के अवसर पर तीन दिनों तक मेले का आयोजन किया जाता है। पूर्व में ग्रामीणों द्वारा लगभग बीस से पच्चीस लाख की लागत से भव्य मंदिर का निर्माण किया गया। ग्रामीणों द्वारा मां के इस मंदिर को मनोकामना मंदिर भी कहा जाता है। भक्तजनों का मानना है की गांव के ही नही बाहर से आने वाले भी अगर मन सच्चे एवं श्रद्धा से मां के दरबार में मन्नत मांगते है। उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। थानाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि मेला सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया है।