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    विजय घाट पुल : कोसी और अंग का होगा चतुर्दिक विकास

    By Edited By:
    Updated: Thu, 22 Nov 2012 01:06 AM (IST)

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    चौसा (मधेपुरा),निज प्रतिनिधि : उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ने के उद्देश्य से विजय घाट के कोसी नदी पर निर्माणाधीन पुल का कार्य तीव्रगति से चल रहा है। 36 पाये में से 34 पायों पर निर्माण कार्य प्रगति पर है जबकि 10 पायों का निर्माण पूर्ण हो चुका है। ज्ञातव्य हो कि 36780.67 लाख की लागत से 1840 मीटर पुल एवं 12 किलोमीटर लंबाई में फोरलेन पहुंच पथ का निर्माण किया जाना है। पुल निर्माण का कार्य राज्य सरकार की इकाई बिहार राज्य पुलिस निर्माण निगम द्वारा एसपी सिंघला प्राइवेट लिमिटेड द्वारा युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है जिसे 2014 तक निर्माण पूरा कर लिए जाने के लिए अनुबंध किया गया है।

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    आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी : पक्का पुल के बाद इस क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी। मकई और दूध का उत्पादन इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर होता है। आवागमन के अभाव में अधिकांश मकई गुलाबबाग मंडी पहुंच जाती है। इससे मकई उत्पादकों को उचित लाभ नहीं मिल पाता है। मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा एवं भागलपुर के व्यापारियों को लाभ पहुंचेगा। चारों जिले के बीच व्यापारिक गतिविधियां बढ़ेंगी। अब यहां के किसान भागलपुर मंडी जाकर अपनी उपज सहुलियत के साथ बेच पाएंगे। मकई के अलावा दूध उत्पादन भी इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर होता है। चौसा प्रखंड मुख्यालय समेत फुलौत दूध की बड़ी मंडी है। यहां से देशी घी बड़ी मात्रा में बाहर भी भेजा जाता है। लेकिन दूध उत्पादकों को सही दाम नहीं मिल पाता है। भागलपुर एवं नवगछिया की मंडी से सीधे-सीधे जुड़ जाने से किसानों और दूध उत्पादकों को बेहतर दाम मिल सकेगा।

    पक्का पुल से क्या होगा : पक्का पुल से आधारभूत संरचनाओं के विकास के साथ-साथ आवागमन सुलभ होगा। उत्तर बिहार के मधेपुरा, सहरसा एवं सुपौल जिला का भागलपुर से दूरियां कम हो जाएगी। बाढ़ के समय सहरसा-महेशखूंट पथ कई बार बंद हो जाती है। ऐसे में सहरसा का सड़क संपर्क भंग हो जाता है। पक्का पुल के बाद सहरसा के लोगों को वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा। हम यूं कहें कि पुल बन जाने से कोसी और अंग प्रदेश का मिलन हो जाएगा।

    कम हो जाएगी भागलपुर की दूरी : मधेपुरा से भागलपुर की दूरी भाया डूमरी पुल महेशखूंट 136 किलोमीटर, सहरसा से 130 किलोमीटर और सुपौल से 175 किलोमीटर है। पुल बन जाने से इनकी दूरी क्रमश: 51, 25 एवं 25 किलोमीटर कम हो जाएगी। यह पुल मधेपुरा, सहरसा, सुपौल एवं भागलपुर को चौतरफा लाभ देगा

    वर्तमान स्थिति : विजय घाट के कोसी नदी पर अभी पीपा पुल है लेकिन यह क्षेत्र के जरूरतों को पूरा करने में पूरी तरह सक्षम नहीं है। बड़े वाहन इस पर नहीं चलते हैं। बरसात के मौसम में यह मार्ग बंद हो जाता है।

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