सहकारी समितियां दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए वरदान
लखीसराय । कोरोना के लॉकडाउन के बीच पीरी बाजार क्षेत्र में सहकारी समितियां स्थानीय पशुपाल
लखीसराय । कोरोना के लॉकडाउन के बीच पीरी बाजार क्षेत्र में सहकारी समितियां स्थानीय पशुपालक किसानों के लिए आíथक क्षेत्र में वरदान साबित हो रही है। स्थानीय पशुपालक किसानों को दूध की बिक्री के लिए बाजार की ओर रुख नहीं करना होता है। वे अपने उपयोग के अलावा बचे दूध को समिति में देकर दूध की गुणवत्ता के अनुरूप कीमत ले रहे हैं। समिति द्वारा समय-समय पर दूध के मूल्य में वृद्धि कर पशुपालकों को प्रोत्साहित किया जाता है। सहकारी समिति के दुग्ध संग्रह केंद्र पर लोगों को एक ही स्थान पर दूध बेचने की सुविधा प्राप्त हो रही है। इससे दुग्ध उत्पादकों को दूध बेचने के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है। पीरी बाजार क्षेत्र के कसबा में दो, महा, मसुदन, बसौनी, महेशपुर, घोसैठ, लोशघानी, शिवनगर, राजपुर, घोघी, बरियारपुर में एक-एक दुग्ध संग्रह केंद्र है। यहां दो पालियों में सुबह-शाम दुग्ध संग्रह किया जाता है। इसके अलावा संग्रह केंद्र पर पशु आहार भी उपलब्ध है। समय-समय पर पशु चिकित्सक द्वारा पशु को स्वास्थ्य संबंधी टीका की भी जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। कसबा पंचायत के महा में दुग्ध शीतक केंद्र भी है। पशुपालक किसान को इसका भरपूर लाभ मिल रहा है। दुग्ध उत्पादन इस क्षेत्र के लोगों के लिए आय का अतिरिक्त साधन बन गया है।
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