शिक्षकों को पसंद है चिकन-मटन! इस बात पर ट्रेनिंग सेंटर पहुंचे अधिकारी भी भड़क गए, प्रिंसिपल को दे दिए ये निर्देश
बीपीएससी से बहाल हुए नवनियुक्त शिक्षकों की इन दिनों ट्रेनिंग चल रही है। स्कूलों में प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को रहने और खाने की सुविधा दी जाती है। हालांकि लखीसराय में कुछ शिक्षकों ने खाने में चिकन-मटन की डिमांड कर दी है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारी से शिकायत भी लगा दी कि उन्हें अभी तक डायट में नॉन-वेज फूड नहीं मिला है।

संवाद सहयोगी, लखीसराय। शिक्षा विभाग के राज्य स्तरीय जांच अधिकारी विनय कुमार ने गुरुवार को स्थानीय जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) का निरीक्षण किया। इस दौरान जांच अधिकारी ने डायट में आवासीय प्रशिक्षण ले रहे नवनियुक्त शिक्षकों को मिलने वाले नाश्ता, भोजन आदि की जानकारी ली।
जांच अधिकारी ने भवन एवं कक्षा की साफ-सफाई, रसोई घर की साफ-सफाई, खाद्य सामग्री रखने की जगह, प्रशिक्षु शिक्षकों के रहने की जगह आदि की साफ-सफाई का जायजा लिया। डायट के विभिन्न जगहों की साफ-सफाई से जांच अधिकारी संतुष्ट नजर आए।
'अभी तक नहीं मिला चिकन-मटन...'
इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षु शिक्षकों से डायट में मिलने वाले खाना एवं नाश्ता के संबंध में पूछताछ की। 25 नवंबर से ही प्रशिक्षु शिक्षकों को मिलने वाले खाना के मीनू में चिकन, मटन एवं मछली को शामिल किया गया है। प्रशिक्षु शिक्षकों ने उन्हें बताया कि अबतक उन लोगों को खाना में एक दिन भी चिकिन, मटन एवं मछली नहीं दी गई है।
प्रिंसिपल को दिए ये निर्देश
इस पर जांच दल के अधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए डायट की प्राचार्य डॉ. वंदना कुमारी को प्रशिक्षु शिक्षकों को मीनू के अनुसार भोजन एवं नाश्ता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षु शिक्षकों को सही तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद विद्यालय में बच्चों को शिक्षा देने के प्रति सजग रहने को कहा।
डायट के प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते जांच अधिकारी विनय कुमार। फोटो- जागरण
जांच दल के अधिकारी ने मध्य विद्यालय बालगुदर की साफ-सफाई एवं मध्याह्न भोजन का भी निरीक्षण किया। जांच दल के अधिकारी ने मध्य विद्यालय बालगुदर की साफ-सफाई एवं मध्याह्न भोजन को संतोषप्रद पाया। इस दौरान जांच दल के अधिकारी के साथ सहायक के रूप में अभय कुमार भी मौजूद थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।