Bihar Politics: इस विधानसभा सीट को लेकर NDA में घमासान! ललन सिंह और विजय सिन्हा की तल्खी उजागर
लखीसराय में सूर्यगढ़ा विधानसभा सीट को लेकर राजग में घमासान मचा है। जदयू नेता ललन सिंह ने प्रह्लाद यादव की उम्मीदवारी का विरोध किया है जबकि विजय सिन्हा उन्हें समर्थन दे रहे हैं। ललन सिंह ने कहा कि सूर्यगढ़ा सीट जदयू की है और वही उम्मीदवार तय करेगी। इस घटनाक्रम से राजग में दरार दिखने लगी है और गठबंधन में तनाव बढ़ सकता है।

मृत्युंजय मिश्रा, लखीसराय। बिहार की राजनीति (Bihar Politics) एक बार फिर करवट ले रही है। सूर्यगढ़ा विधानसभा सीट को लेकर राजग (NDA) में जबरदस्त घमासान मचा हुआ है। राजद से नाता तोड़कर जदयू और भाजपा के साथ नीतीश कुमार की सरकार बचाने वाले सूर्यगढ़ा के राजद विधायक प्रह्लाद यादव अब अपने बेटे को राजग से चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी में हैं।
इस बीच जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने बड़ा बयान देकर सियासी भूचाल ला दिया है। उन्होंने इशारों-इशारों में कहा कि लखीसराय का आतंक सूर्यगढ़ा का उम्मीदवार नहीं बनेगा, जिससे राजग में अंदरूनी खाई उजागर हो गई है।
विजय सिन्हा के साथ दिख रहे प्रह्लाद, ललन सिंह ने किया वार
राजग के भीतर जारी इस सियासी जंग में बिहार के उपमुख्यमंत्री सह लखीसराय के विधायक विजय कुमार सिन्हा, सूर्यगढ़ा के पूर्व विधायक प्रह्लाद यादव के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
विजय सिन्हा ने उन्हें भरोसा भी दिलाया है कि सूर्यगढ़ा से उन्हें ही राजग का टिकट मिलेगा, मगर ललन सिंह ने साफ कर दिया कि सूर्यगढ़ा जदयू की परंपरागत सीट है और आगे भी रहेगी। उनकी पार्टी तय करेगी कि आगे कौन प्रत्याशी होगा।
उनके इस बयान से यह स्पष्ट हो गया कि जदयू किसी भी कीमत पर यह सीट छोड़ने को तैयार नहीं है। माना जा रहा है कि ललन सिंह का यह बयान सीधे-सीधे प्रह्लाद यादव पर निशाना था।
शिलान्यास सूर्यगढ़ा में, ललन-सिन्हा की तल्खी उजागर
सियासी गलियारों में चर्चा है कि ललन सिंह और विजय सिन्हा के बीच अंदरूनी खींचतान की वजह से ही ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी के साथ योजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम को लखीसराय के बजाय सूर्यगढ़ा में आयोजित किया गया।
यह कार्यक्रम जदयू की ताकत दिखाने के लिए आयोजित किया गया माना जा रहा है।ललन सिंह के इस कदम को राजनीतिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है।
प्रह्लाद को लेकर राजग में दरार के संकेत
सूर्यगढ़ा सीट फिलहाल राजग में जदयू के खाते में है, लेकिन प्रह्लाद यादव द्वारा इस बार अपने बेटे को मैदान में उतारने की तैयारी और विजय सिन्हा का उन्हें दिया गया समर्थन राजग में दरार के संकेत दे रहा है।
लखीसराय में भाजपा और जदयू के रिश्तों में पहले से ही तल्खी रही है, और यह ताजा विवाद आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन की राह में नई चुनौती बन सकता है। ऐसे में नीतीश सरकार के समर्थन में वोट करने वाले सूर्यगढ़ा के राजद विधायक का राजनीतिक भविष्य दांव पर लगा हुआ है।
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