बिहार के बड़े व्यवसायी साधुशरण बाबू का निधन, शोक की लहर
लखीसराय । बिहार और झारखंड में कई औद्योगिक एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को संचालित करने वाल

लखीसराय । बिहार और झारखंड में कई औद्योगिक एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को संचालित करने वाले प्रतिष्ठित आभूषण व्यवसायी साधु शरण का निधन हो गया है। राजधानी पटना स्थित एक निजी अस्पताल में उन्होंने रविवार को अंतिम सांस ली। वे नवरात्र के दौरान अस्पताल में भर्ती हुए थे। वे मूल रूप से जिले के पिपरिया प्रखंड अंतर्गत रहाटपुर गांव के रहने वाले थे। वर्तमान में जिला मुख्यालय लखीसराय सहित देश के कई शहरों में आवास और व्यवसाय है। उनके निधन की खबर मिलते ही दियारा सहित संपूर्ण जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी। दोपहर को पटना से उनका पार्थिव शरीर लखीसराय नया बाजार स्थित उनके आवास पर लाया गया। काफी संख्या में लोग एवं विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने पहुंचकर साधु बाबू के पार्थिव शरीर का दर्शन किया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। साधु बाबू का बिहार और झारखंड में कई कारोबार संचालित है लेकिन लंबे समय से वे आभूषण व्यवसायी के रूप में प्रसिद्ध रहे। वे अपने जीवन काल में सामाजिक कार्यों में भी बढ़कर हिस्सा लेते रहे। जिले में उनकी एक अलग पहचान थी। उन्हीं के रास्ते पर उनके चारों पुत्र हैं। उन्होंने अपने पीछे चार पुत्रों सुबोध कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह, विजय कुमार सिंह, विनय कुमार सिंह के अलावा एक पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। द्वितीय पुत्र अजय कुमार सिंह कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। वे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के काफी करीबी रहे हैं। उनके निधन पर लोजपा के वरीय नेता रविशंकर प्रसाद सिंह अशोक, निवर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष रामशंकर शर्मा, जदयू जिलाध्यक्ष रामानंद मंडल, डा. प्रवीण कुमार सिन्हा, डा. जेपी शर्मा, उचित यादव, नवल मंडल, पूर्व प्राचार्य शशिभूषण कुमार सिंह, विनोद कुमार सहित काफी संख्या में प्रबुद्धजनों ने उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। सोमवार को सिमरिया गंगा घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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