स्वयं युगधर्म का हुंकार हूं मैं.. कविता के साथ हिदी पखवारा का समापन
लखीसराय। सुनु क्या सिधु मैं गर्जन तुम्हारा स्वयं युगधर्म का हुंकार हूं मैं.. राष्ट्रकवि दिनकर ...और पढ़ें

लखीसराय। सुनु क्या सिधु मैं गर्जन तुम्हारा, स्वयं युगधर्म का हुंकार हूं मैं.. राष्ट्रकवि दिनकर रचित काव्य पाठ के साथ बुधवार को विद्यापीठ चौक-रेहुआ रोड स्थित लाल इंटरनेशनल स्कूल में हिदी पखवारा समारोह का समापन हो गया। विद्यालय के अध्यक्ष आरपी शर्मा की अध्यक्षता एवं प्राचार्य रवि वत्स के संचालन में आयोजित हिदी दिवस समापन पखवारा के आखिरी दिन बुधवार को स्कूल प्रबंधन ने राष्ट्रकवि डॉ. रामधारी सिंह दिनकर की जीवनी, व्यक्तित्व और कृतित्व विषय पर पेंटिग एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया।
छात्र-छात्राओं ने अपनी बेहतरीन पेंटिग में राष्ट्रकवि दिनकर की तस्वीर और हिमालय पर्वत को पेंसिल की कूची से सादे कागज पर आकर्षक तरीके से उकेरा। शिक्षिका दीपशिखा की देखरेख में आयोजित प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल ने बेहतर पेंटिग के लिए वर्ग षष्ट के छात्र प्रत्युष कश्यप को प्रथम, कक्षा सप्तम व अष्टम की छात्रा नयनशु, लवली व अनामिका को द्वितीय, हेमा आनंद को तृतीय, छोटी को चतुर्थ एवं छात्र प्रियांशु को पंचम पुरस्कार के लिए चयन किया। पेंटिग प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार के लिए चयनित होने वाले अन्य प्रतिभागियों में आंचल आर्या, खुशी, प्रियांशु, सुप्रिया, संगम, पल्लवी, सुहानी, बेबी, श्रुति, दीपा, फ्रूटी, आदित्य, राज लक्ष्मी,सभ्यता, कुमकुम, सोनाली, रौशनी एवं सौम्या कुमारी शामिल हैं। इससे पूर्व निबंध लेखन प्रतियोगिता किया गया। इस अवसर पर छात्र आलोक कुमार, नयनशु भारती, शिवम राज एवं अंकित आनंद ने हिदी दिवस, राष्ट्रभाषा और राजभाषा के महत्व तथा राष्ट्रकवि डॉ. रामधारी सिंह दिनकर के हिदी साहित्य, उनके व्यक्तित्व, कृतित्व पर विस्तार से भाषण दिया। स्कूल के अध्यक्ष आरपी शर्मा ने कहा कि भारत की मूल भाषा हिदी है। हमें हर जगह हिदी भाषा का प्रयोग करनी चाहिए तभी भारत और भारतवासियों का अस्तित्व बचेगा। उन्होंने कहा कि 27 सितंबर से जांच परीक्षा के कारण हिदी दिवस पखवारा का समापन बीच में ही करना पड़ा।

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