दलीय निष्ठा और गुटबंदी के बीच पंचायत चुनाव की तेज हुई सियासत
लखीसराय। पंचायत चुनाव को लेकर जिले के सात प्रखंडों की 76 पंचायतों में आम लोगों के साथ राजनी

लखीसराय। पंचायत चुनाव को लेकर जिले के सात प्रखंडों की 76 पंचायतों में आम लोगों के साथ राजनीतिक दलों की सक्रियता भी बढ़ गई है। भले ही पंचायत का चुनाव दलीय आधार पर नहीं हो रहा है। बावजूद जिले में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता अपने समर्थकों को मैदान में उतारने की कवायद भी शुरू कर दिए हैं। यह सारा काम अभी पर्दे के पीछे से हो रहा है। पांच साल बाद गांव की सरकार के लिए शुरू हुए महासंग्राम में मुखिया, सरपंच, पंच, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य से लेकर जिला परिषद पद के लिए अभ्यर्थियों की खोज जारी है। जिले में तीसरे चरण से पंचायत चुनाव की प्रक्रिया शुरू होनी है। दल विशेष के कई दावेदार पंचायत चुनाव में भाग आजमाने को लेकर अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। सरकार द्वारा इस बार सरपंचों को विकास योजनाओं में अधिकार दिए जाने की घोषणा के बाद इस पद के लिए भी मुखिया की तरह दावेदारों की संख्या बढ़ गई है। गांव में दलीय निष्ठा और गुटबंदी चुनाव लड़ने और एक-दूसरे पद से सहमति बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है। ताकि मुखिया और सरपंच के बीच तालमेल हो सके। जहां तालमेल की स्थिति नहीं है वहां दोनों पदों के लिए भावी उम्मीदवारों की तलाश भी की जा रही है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता अपने खास समर्थकों पर सहमति बनाने का प्रयास पर्दे के पीछे से कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार पंचायत चुनाव में एक ही क्षेत्र से एक ही दल विशेष के कई प्रत्याशी चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।