Bihar Health News: स्वास्थ्य व्यवस्था लचर, सरकारी अस्पताल में इलाज कराने से कतरा रहे हैं इमरजेंसी के मरीज; इस साल केवल इतनों का हुआ उपचार
बिहार के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में निर्धारित लक्ष्य के मात्र 17 प्रतिशत मरीजों ने इमरजेंसी में इलाज कराया है। यह आंकड़ा ही इस बात की पुष्टि करता है। लखीसराय में सरकारी अस्पतालों की इमरजेंसी में वर्ष 2023-24 में एक लाख 15 हजार 340 मरीजों के इलाज कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है लेकिन सात माह में मात्र 20088 मरीजों ने ही इलाज कराया है।
संवाद सूत्र, लखीसराय। सरकारी अस्पतालों के इमरजेंसी में इलाज कराने के लिए पहुंचने वाले अधिकांश मरीज को रेफर कर दिया जाता है। इस कारण इमरजेंसी के मरीज इलाज कराने सरकारी अस्पताल जाने से कतराते हैं। जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में निर्धारित लक्ष्य के मात्र 17 प्रतिशत मरीजों ने इमरजेंसी में इलाज कराया है।
यह आंकड़ा ही इसे पुष्ट करता है। जिले के सरकारी अस्पतालों की इमरजेंसी में वर्ष 2023-24 में एक लाख 15 हजार 340 मरीजों के इलाज कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन सात माह में मात्र 20,088 मरीजों ने ही इलाज कराया है।
सिविल सर्जन डा. बीपी सिन्हा के अनुसार जिले के विभिन्न अस्पतालों की इमरजेंसी में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है। अब गंभीर मरीजों को ही रेफर किया जाएगा।
पत्नी की शिकायत पर शराबी पति गिरफ्तार
पीरी बाजार (लखीसराय) में पत्नी की शिकायत पर शराबी पति जेल चला गया। संबंधित जानकारी देते हुए पीरी बाजार थाने के अपर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के केशोपुर निवासी तीलो राम के पुत्र नंदलाला राम शराब पीकर अक्सर घर में हो हंगामा करता था।
शुक्रवार संध्या भी वह शराब पीकर नशे की हालत में घर में हो हंगामा मचाते हुए सभी को गाली-गलौज कर रहा था। तभी इसकी सूचना डायल 112 पर दी गई।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचकर उसे अपने कब्जे में लेकर उसकी चिकित्सकीय जांच कराई। वहां उसके द्वारा शराब सेवन की पुष्टि की गई। गिरफ्तार आरोपित के खिलाफ केस दर्ज करके न्यायालय भेज दिया गया है।
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