सदर अस्पताल में होता इलाज, बाजार में मिलती है दवा
लखीसराय। 100 शय्या वाले सदर अस्पताल लखीसराय में इन दिनों आउटडोर मरीजों की संख्या बढ़ गई है। मौसम में
लखीसराय। 100 शय्या वाले सदर अस्पताल लखीसराय में इन दिनों आउटडोर मरीजों की संख्या बढ़ गई है। मौसम में हुए बदलाव के कारण सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार आदि के मरीज अधिक आ रहे हैं। लेकिन सदर अस्पताल आने वाले मरीजों का दर्द उस समय और बढ़ जाता है जब दवा के बदले उसे डॉक्टर की पर्ची मिलती है और मरीज बाजार से दवा खरीदने को विवश होते हैं। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त इलाज के साथ दवा देने का सच यह है कि सदर अस्पताल लखीसराय में आउट डोर में आने वाले मरीजों को सर्दी, खांसी, बुखार, दर्द, जुकाम, कफ सीरप की भी दवा नहीं मिल रही है। आउटडोर में कुल 54 में 36 दवा एवं इंडोर में कुल 117 में 46 दवा उपलब्ध होने का दावा किया जा रहा है। जागरण ने जब गुरुवार को इसकी पड़ताल की तो पाया कि करीब 250 से अधिक महिला-पुरुष मरीज आउटडोर में इलाज के लिए इंतजार में थे। इन मरीजों का इलाज कर डॉक्टर ने दवा की जो पर्ची थमाई उसमें मरीजों को दवा काउंटर पर सिर्फ एंटीबायोटिक टेबलेट देकर अन्य दवा बाजार से खरीदने की सलाह दी जा रही थी। बुखार, सर्दी, जुकाम, कफ एवं सभी प्रकार के दर्द की दवा नहीं रहने से मरीजों को अधिक परेशानी हो रही है।
मरीजों ने कहा दवा के बदले मिलता है दर्द
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सदर अस्पताल इलाज कराने आई महिला मरीज माया देवी, रेणु कुमारी, राधा देवी, राजेश कुमार, अशोक यादव, किशोरी लाल, सोहन राम, बबलू कुमार आदि ने बताया कि आउटडोर में पहले तो इलाज के लिए डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा। जब डॉक्टर ने इलाज कर पर्ची लिखा तो काउंटर पर दवा देने के बदले बाजार जाने को कह दिया गया। मरीजों ने कहा कि सरकार अस्पताल में इलाज व दवा की सिर्फ घोषणा करती है। लेकिन, इसे देखने वाला कोई नहीं है। अस्पताल में दवा नहीं मिलने पर इलाज कराने के बाद दर्द और बढ़ जाता है।
क्या कहते हैं अस्पताल प्रबंधक
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सदर अस्पताल में अधिकांश आवश्यक दवा की कमी है। जिला स्तर से दवा का क्रय नहीं किया गया है। इसके लिए हर महीने राज्य मुख्यालय को पत्र लिखा जा रहा है। राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा दवा की आपूर्ति करने में विलंब किया जा रहा है। जल्द ही दवा की उपलब्धता करा दी जाएगी।
- नंद किशोर भारती, अस्पताल प्रबंधक
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