किशनगंज: भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को 1.10 लाख रुपये की घूस लेते हुए निगरानी विभाग ने दबोचा
संवेदक ने इसकी शिकायत 29 मई को निगरानी विभाग में की थी। शिकायत के सत्यापन के बाद मौके पर पहुंची निगरानी विभाग की टीम ने घूस के रुपये लेते हुए अभियंता ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, किशनगंज। बिहार के किशनगंज में भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता (एग्जीक्यूटिव इंजीनियर) प्रवीण कुमार को पटना से आई निगरानी टीम ने बुधवार दोपहर 1.10 लाख रुपये की घूस लेते हुए रंगेहाथ दबोच लिया।
आरोप है कि अभियंता अपने खगड़ा स्थित आवास पर संवेदक से काम के एवज में कमीशन के रूप में घूस ले रहा था।
इस दौरान पटना से निगरानी विभाग के डीएसपी विकास श्रीवास्तव के नेतृत्व में आई टीम ने जाल बिछाकर यह कार्रवाई की।
निगरानी विभाग की टीम के एक सदस्य ने बताया कि खगड़ा के संवेदक नरेश कुमार दास से दो काम के एवज में कमीशन देने पर भुगतान की बात कही जा रही थी।
दो काम के कमीशन के एवज में 1.35 लाख रुपये मांगे जा रहे थे। हालांकि, 1.10 लाख रुपये में डील फाइनल हुई थी।
संवेदक ने इसकी शिकायत 29 मई को निगरानी विभाग में की थी। शिकायत के सत्यापन के बाद मौके पर पहुंची निगरानी विभाग की टीम ने घूस के रुपये लेते हुए अभियंता को दबोच लिया।
रिश्वत लेते पकड़ा गया अभियंता भवन प्रमंडल किशनगंज में सहायक अभियंता पद पर पदस्थापित था। उसे भवन निर्माण विभाग में कार्यपालक अभियंता का प्रभार मिला हुआ था।
जानकारी के अनुसार, संवेदक को भवन निर्माण विभाग से सिविल कोर्ट परिसर में पेवर ब्लाक लगाने के काम का 6.50 लाख रुपये मिले थे।
वहीं, मोतिहारा में अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय की मरम्मत के काम के 4.42 लाख रुपये मिले थे। दोनों काम के एवज में उससे कमीशन के रूप में रिश्वत ली जा रही थी। बिना घूस के उसे किए हुए काम का भुगतान नहीं किया जा रहा था।

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