Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Bihar Bridge Collapse: बिहार में फिर धंसा पुल, इस जिले के हजारों लोग प्रभावित; मुश्किल में जिंदगी

Bihar Bridge Collapse बिहार में एक के बाद एक पुल ध्वस्त होते जा रहे हैं। अब किशनगंज के ठाकुरगंज में बूंद नीद पर बने एक पुल का पाया दो फीट तक धंस गया। इस पुल के धंसने से आस-पास के हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि पानी का तेज बहाव की वजह से ही पुल का पाया दो फीट तक धंस गया है।

By Shailesh Bharti Edited By: Shashank Shekhar Updated: Sun, 30 Jun 2024 10:39 PM (IST)
Hero Image
किशनगंज में धंसा हुआ पुल का पाया। फोटो- जागरण

संवाद सूत्र, ठाकुरगंज (किशनगंज)। किशनगंज के ठाकुरगंज प्रखंड में बूंद नदी पर बना पुल पानी का दबाव नहीं झेल पाया और पुल का एक पाया नदी के तेज बहाव के कारण लगभग दो फीट धंस गया। प्रखंड के पथरिया में बहने वाली बूंद नदी पर बने चार पाया (स्पेन) वाले पुल का एक पाया धंस गया।

राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 327 ई पिपरीथान से बंगाल सीमा तक दूसरे राजमार्ग को जोड़ने वाली सड़क पर पथरिया पंचायत के खोसीडांगी गांव के समीप बूंद नदी पर 30 मीटर लंबी और 10 मीटर चौड़ा बना पुल के पश्चिमी हिस्से का एक पाया करीब दो फिट तक धंस गया।

रिटर्न वॉल भी टूटकर नदी में धराशायी

इसके साथ-साथ पुल के पूर्वी भाग का रिटर्न वाल भी टूटकर नदी में धराशायी हो गया। एप्रोच का भी कटाव बदस्तूर जारी है। लोग पुल टूटने के भय से वाहनों पर सवार होकर आवाजाही नहीं कर पा रहे हैं। किसी तरह जान चोखिम में डालकर दो पहिया वाहन अथवा पैदल सफर कर रहे हैं।

पुल पर आवाजाही बंद होने से प्रखंड के तीन पंचायत पथरिया, कुकुरबाघी व बेसरबाटी की हजारों की आबादी प्रभावित होगी। वहीं, मौके पर ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता आलोक भूषण ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच कर जांच किया है।

बालू खनन भी किया जाता पुल किनारे- ग्रामीण

स्थानीय ग्रामीण विजाधर महतो, कपिल महतो, रामप्रसाद महतो, सुरेश सिंह, जन्मजय महतो, रंजीत सिंह आदी ने बताया कि उक्त मार्ग होकर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 327ई फोरलेन सड़क निर्माण कार्य हेतू प्रतिदिन 100 से ऊपर बालू लदे ओवरलोड वाहनों से बालू की ढुलाई होता था, जिससे पुल कमजोर पड़ गया और पुल धंस गया। साथ ही पुल के समीप खनन माफिया द्वारा अवैध रूप से बालू का खनन भी किया जाता था।

परिणामस्वरूप पुल की यह दयनीय स्थिति बन गई, जबकि इस मार्ग से बालू लदे ओवरलोड वाहनों की आवाजाही को बंद करने को लेकर जिला प्रशासन को लिखित रूप से कई बार अवगत कराया गया लेकिन किन्हीं ने भी सुधि नहीं ली।

मामले में सहायक अभियंता ने क्या कुछ कहा 

वहीं, इस संबंध में ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल - 2 किशनगंज के सहायक अभियंता आलोक भूषण ने बताया कि इस पुल का निर्माण विशेष कार्य प्रमंडल किशनगंज (अब ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल - 2 किशनगंज) के द्वारा वित्तीय वर्ष 2009-10 के करीब 35 लाख की लागत से कराया गया था। गत दो वर्षों से इस मार्ग पर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 327 ई फोरलेन सड़क निर्माण कार्य में धड़ल्ले से बालू लदे वाहनों की आवाजाही हुई।

उन्होंने कहा कि इस कारण से सड़क जर्जर होने के साथ-साथ उक्त पुल को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, उक्त स्थान पर हाई लेवल ब्रिज निर्माण हेतु विभागीय प्रक्रिया चल रही है। बहुत जल्द उक्त स्थान पर हाई लेवल पुल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

ये भी पढ़ें- 

Bihar Bridge Collapse: धड़ाधड़ गिर रहे पुलों पर एक्शन में नीतीश सरकार, जांच करने मधुबनी पहुंचे अधिकारी; होगी कार्रवाई

Bihar Bridge Collapse: बिहार में एक और निर्माणाधीन ब्रिज भरभराकर गिरा, एक हफ्ते में तीसरा पुल हुआ धड़ाम

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें