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    Bihar News: कोसी-मेची लिंक परियोजना को मंत्री परिषद से मिली मंजूरी, 6282 करोड़ रुपये होंगे खर्च

    By Sanjay MishraEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Tue, 24 Jun 2025 07:46 PM (IST)

    मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कोसी-मेची लिंक परियोजना को मंत्री परिषद से स्वीकृति मिली है। यह परियोजना अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार स ...और पढ़ें

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    संवाद सहयोगी, किशनगंज। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक महत्वाकांक्षी परियोजना कोसी-मेची लिंक परियोजना को मंत्री परिषद से स्वीकृति मिल गई है। कोसी-मेची लिंक परियोजना के कार्यान्वयन से दो लाख 14 हजार 813 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।

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    इनमें अररिया जिले के 69,642 हेक्टेयर, पूर्णिया जिले के 69,970 हेक्टेयर, किशनगंज जिले के 39,548 हेक्टेयर और कटिहार जिले के 35,653 हेक्टेयर क्षेत्र शामिल हैं। यह जानकारी जिलाधिकारी विशाल राज ने दी।

    उन्होंने बताया कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना से अररिया जिले के फारबिसगंज कुर्साकांटा, सिकटी, पलासी, जोकीहाट, अररिया प्रखंड, पूर्णिया जिले के बैसा, अमौर और बायसी, किशनगंज जिले के टेढ़ागाछ, दिघलबैंक, बहादुरगंज, कोचाधामन प्रखंड, कटिहार जिले के कदवा, डंडखोड़ा, प्राणपुर, मनिहारी, अमदाबाद प्रखंडों के किसान लाभान्वित होंगे। जिससे विकास का एक नया युग प्रारंभ होगा।

    कोसी नदी के पानी के साथ अत्यधिक मात्रा में सिल्ट का प्रवाह होता है। जिससे वर्तमान में पूर्वी कोशी मुख्य नहर प्रणालियों में भी गाद भर जाता है। इस परियोजना के तहत मुख्य नहर के किमी 1.15 किमी से 2.66 किमी तक (लंबाई 1.51 किमी) में पूर्व से निर्मित सेटलिंग बेसीन का आधुनिकीकरण का प्रावधान है। जिससे इस नहर प्रणाली में सिल्ट की मात्रा को नियंत्रित किया जा सकेगा।

    सीमांचल क्षेत्र के लाखों किसानों और आम लोगों के लिए बड़ी सौगात:

    कोसी-मेची राज्यीय नदी जोड़ परियोजना के माध्यम से कोसी नदी के अधिशेष जल को महानंदा बेसिन में पहुंचाकर चार जिलों के बड़े क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। वहीं, कोसी नदी की बाढ़ का प्रभाव भी कम होगा।

    योजना के तहत पूर्वी कोसी मुख्य नहर के 0.00 किमी से 41.30 किमी तक वर्तमान जल संवहन क्षमता को 15 हजार क्यूसेक्स से बढ़ा कर 20 हजार क्यूसेक्स किया जाएगा, जबकि मुख्य नहर का इसके अंतिम बिंदु यानी 41.30 किमी से 117.50 किमी तक विस्तार किया जाएगा।

    वहीं, कुल चार शाखा नहर (लंबाई 229.00 किमी) और छह वितरणी (लंबाई 48.00 किमी) के साथ पांच क्यूसेक तक की नहर प्रणालियों का निर्माण कराया जाएगा। नहर के अंतिम छोर (किशनगंज जिले के माखनपुर गांव) पर 950 क्यूसेक्स जलस्राव प्रवाहित होगा, जो मेची नदी में मिलेगा।

    इस कोसी-मेची परियोजना की अनुमानित कुल लागत राशि 6,282.32 करोड़ रुपए है। इस योजना को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (पीएमकेएसवाइ-अआइबीपी) में शामिल कर केंद्र सरकार इसके लिए बिहार को 60 प्रतिशत यानी 3,652.56 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।