ठाकुरगंज को अनुमंडल बनाया जाय नहीं तो होगा जनांदोलन : सिकंदर पटेल
किशनगंज। नेपाल व पश्चिम बंगाल की सीमा पर अवस्थित ठाकुरगंज प्रखंड को अनुमंडल बनाने की मांग जो

किशनगंज। नेपाल व पश्चिम बंगाल की सीमा पर अवस्थित ठाकुरगंज प्रखंड को अनुमंडल बनाने की मांग जोर पकड़ता जा रहा है। लगभग चार लाख की आबादी वाले इस प्रखंड को अनुमंडल बनवाने के लिए ठाकुरगंज जनसंघर्ष मोर्चा ने चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की चेतावनी दी है। जनसंघर्ष मोर्चा के संयोजक सिकंदर पटेल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि ठाकुरगंज के अनुमंडल का दर्जा प्राप्त करने की सारी अहर्ताएं मौजूद है। प्रखंड की सीमा अंतरराष्ट्रीय व अंतरराज्यीय सीमा से सटे होने के साथ-साथ क्षेत्रफल, आबादी, तीन-तीन रेलवे स्टेशन, एक राष्ट्रीय राजमार्ग आदि सहित अन्य कई खूबियां मौजूद है। पुलिस सर्किल व थाना के अलावा एसएसबी मुख्यालय, दो कस्टम कार्यालय, नेपाल सीमा पर ट्रांजिट पॉइंट सहित सुरक्षा एजेंसियों के कार्यालय भी है। सारी पात्रता होने के बावजूद जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण ठाकुरगंज अब तक अनुमंडल का दर्जा पाने से वंचित है। उन्होंने कहा कि ठाकुरगंज को अनुमंडल का दर्जा दिलाने के लिए लॉकडाउन के बाद जनसंघर्ष मोर्चा चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेगी। ठाकुरगंज में नगर निकाय, आदर्श थाना, प्रखंड, अंचल, आइटीआइ, राजकीय पॉलिटेक्निक, रजिस्ट्री कार्यालय, सब डिवीजन विद्युत कार्यालय, रेलवे स्टेशन है। जिला व अनुमंडल मुख्यालय किशनगंज से ठाकुरगंज की दूरी 50 किमी है।प्रतिदनि प्रखंड के सैकड़ों लोगों को 50 किमी दूरी तय कर किशनगंज जाना पड़ता है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों से दो चार होना पड़ता है। अगर ठाकुरगंज को अनुमंडल बना दिया जाए तो लाखों की आबादी को सहूलियत होगी। अब अनुमंडल का दर्जा प्राप्त करने के लिए ठाकुरगंज जन संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आंदोलन तेज किया जाएगा।
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