Kishanganj News: किशनगंज के लोगों के लिए खुशखबरी, इन 8 गांवों में बनेगा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर
बिहार सरकार किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड के आठ गांवों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्थापित करेगी। इन केंद्रों से ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी जिसमें प्राथमिक चिकित्सा टीकाकरण और गैर-संचारी रोगों का उपचार शामिल है। तीन करोड़ से अधिक की लागत से बनने वाले ये केंद्र ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करेंगे और स्थानीय लोगों को लाभान्वित करेंगे।

संवाद सूत्र, ठाकुरगंज (किशनगंज)। बिहार सरकार द्वारा ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त और सुलभ बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल की जा रही है।
ठाकुरगंज प्रखंड के पिपरीथान सहित आठ स्थानों पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की स्थापना की जाएगी, जिससे ग्रामीणों को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ हो सकेंगी।
इस योजना के तहत बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड (बीएमएसआईसीएल) द्वारा तीन करोड़ 42 लाख 64 हजार रुपये की प्राक्कलित राशि से आधारभूत संरचना का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
इस संबंध में बीएमएसआईसीएल के सहायक अभियंता शमशाद आलम ने बताया कि बीएमएसआईसीएल के निविदा कार्य के उपरांत चयनित संवेदकों द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निर्माण पिपरीथान, रसिया, उदरागुड़ी, नेजागाछ, निश्चितपुर, कुकुरबाघी, ढाकपारा एवं हुलहुली गांवों में किया जा रहा हैं।
जनता को मिले लाभ
इन आठ गांवों में बनने वाले हेल्थ सेंटरों का उद्देश्य स्थानीय लोगों को प्राथमिक चिकित्सा से लेकर जटिल बीमारियों तक की सुविधाएं मुहैया कराना है। उन्होंने बताया कि सरकार की योजना के अनुसार, इन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा ताकि जनता को जल्द से जल्द इसका लाभ मिल सके।
यह परियोजना ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के सशक्तीकरण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। इस परियोजना से स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। निर्माण कार्य में स्थानीय श्रमिकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी, जिससे क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा।
साथ ही, सेंटर के सुचारु संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित निगरानी और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
मिलेगी ये सुविधाएं
इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अखलाकुर्रहमान ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में प्राथमिक चिकित्सा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल, नियमित स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण, तथा गैर-संचारी रोगों जैसे मधुमेह, रक्तचाप आदि की पहचान और उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी।
इसके अलावा, केंद्रों में मानसिक स्वास्थ्य, पोषण, योग, और स्वास्थ्य जागरूकता से संबंधित गतिविधियां भी चलाई जाएंगी। यह पहल न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाएगी, बल्कि ग्रामीणों की जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव भी लाएगी।
उन्होंने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को गांव-गांव तक पहुंचाना और प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण और आधुनिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है।
इन केंद्रों को आधुनिक उपकरणों और प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों से लैस किया जाएगा, जिससे ग्रामीणों को छोटे-मोटे इलाज के लिए दूर-दराज के अस्पतालों का रुख नहीं करना पड़ेगा।
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