किशनगंज जिले के पोठिया प्रखंड की शिक्षिका निधि चौधरी को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उन्हें यह पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए मिलेगा। निधि चौधरी ने बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने और उनकी बौद्धिक क्षमता विकसित करने के लिए कई प्रयास किए हैं। उनके कार्यों की शिक्षा विभाग और अन्य लोगों ने सराहना की है।
पंकज भारती, पोठिया (किशनगंज)। शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों को निपुण बनाने के साथ ही सामाजिक कार्यों के लिए किशनगंज के पोठिया प्रखंड की शिक्षिका निधि चौधरी को पांच सितंबर को दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। शिक्षा के क्षेत्र में निचले पायदान पर रहने वाले किशनगंज की बेटी को यह पुरस्कार मिलना सीमांचल के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
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जानकारी के अनुसार, वर्ष 2025 के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए देशभर से 45 उत्कृष्ट शिक्षकों में स्थान पाने वाली निधि चौधरी वर्तमान में पोठिया प्रखंड के कसबा कलियागंज पंचायत अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय बिरनाबाड़ी में प्रध्नाध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं। वह पोठिया प्रखंड के कौवाबाड़ी गांव की निवासी हैं, पहले ठाकुरगंज के बड़ा सुहागा विद्यालय में कार्यरत थीं।
उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई, जबकि उच्च शिक्षा भी पोठिया प्रखंड से प्राप्त की। प्रारंभ से ही शिक्षा के प्रति उनका लगाव था, जिसके कारण वे शिक्षिका बनना चाहती थीं। शिक्षिका बनने से पहले भी वे गांव में बेटियों को शिक्षा का महत्व बताती थीं और उन्हें शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित करती थीं।
जब वे नियोजित शिक्षिका बनीं, तो स्कूलों में बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए अभिभावकों से संपर्क करती थीं।
निपुण बाल मंच कोना से बौद्धिक क्षमता से पारंगत हुए बच्चे
निधि ने बच्चों को नये तरीकों से शिक्षा प्रदान करने का प्रयास किया, जिससे बच्चे भी उनसे प्रभावित रहते थे। उन्होंने निपुण बाल मंच कोना चलाया, जिसमें बच्चे विभिन्न बौद्धिक क्षमताओं से पारंगत हुए। इस पहल की सराहना शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने भी की।
निधि ने 80 प्रतिशत निपुण लक्ष्य भी हासिल किया, जिसकी जांच कर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने भी सराहा। कक्षा प्रथम से तृतीय तक के बच्चों के बीच दक्षता हासिल करने का लक्ष्य प्राप्त किया गया, जिसमें बच्चों ने मात्रा की पहचान, शब्द पढ़ने और कक्षा तीन के बच्चों ने 30 सेकंड में 35 से 60 शब्द पढ़ने और समझने में सफलता प्राप्त की।
इसके अलावा, बाढ़ के दौरान विद्यालय में शिविर लगाना, जरूरतमंदों की मदद करना, और कोरोना के दौरान प्रवासी मजदूरों को विद्यालय में रखकर उनकी सहायता करना भी उनके कार्यों में शामिल है। टीचर्स ऑफ बिहार के फाउंडर शिव कुमार सहित टीओबी के सदस्यों ने निधि चौधरी को बधाई और शुभकमनाएं दी है।
राजकीय सम्मान से हो चुकी हैं सम्मानित
निधि को पांच सितंबर 2024 को पटना में राजकीय सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा, बांग्लादेश और नेपाल में भी उन्होंने लेखन और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं। निधि को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिलने से न केवल उनके परिवार के सदस्य बल्कि पोठिया प्रखंड के शिक्षक भी खुश हैं।
उन्होंने इसपर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा एक ऐसा हथियार है जिससे किसी भी जंग को जीता जा सकता है। उन्होंने कहा कि वे हमेशा बच्चों को नई-नई प्रेरणा देने और शिक्षा के प्रति जागरूकता के लिए लगातार अभियान चलाती रहेंगी। यह उल्लेखनीय है कि शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय पुरस्कार के रूप में पहली बार किशनगंज जिले के पोठिया प्रखंड से किसी शिक्षिका का चयन किया गया है।
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