किशनगंज में हथौड़े से जीजा की हत्या, दोस्तों संग साले ने रचा खूनी 'खेल', ओमान हुआ फरार
किशनगंज के दिघलबैंक में शिक्षक महबूब आलम की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। महबूब आलम का शव पिपला में मिला था, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। जांच में पता चला कि महबूब आलम की हत्या हथौड़े से की गई थी और इसमें उसका साला भी शामिल था।
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पुलिस की गिरफ्त में तीन आरोपी। (जागरण)
संवाद सहयोगी, किशनगंज। भारत-नेपाल सीमा से सटे दिघलबैंक प्रखंड में जघन्य तरीके से शिक्षक महबूब आलम की हुई हत्या मामले में पुलिस में तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मालूम हो कि शुक्रवार को प्रखंड के पिपला वार्ड संख्या 17 से महबूब आलम का शव सड़ी-गली अवस्था में बरामद हुआ था। गौरतलब हो कि बीते 21 सितंबर को दिघलबैंक थाना क्षेत्र अंतर्गत हल्दावन निवासी महबूब आलम अपने घर से दलखोला जाने की बात कहकर निकले थे। परन्तु वे घर वापस नहीं लौटे।
इस संबंध में उनकी पत्नी जोसनेरा खातून द्वारा 14 अक्टूबर को दिघलबैंक थाना में अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध एक आवेदन देकर पति के बरामदगी की गुहार लगाई गई थी। मिली जानकारी के मुताबिक महबूब आलम तालीमी मरकज में शिक्षक के साथ-साथ जमीन का कारोबार भी करता था।
पत्नी के आवेदन पर पुलिस ने दिघलबैंक थाना कांड संख्या-195/2025 दर्ज कर अनुसंधान में जुट गई थी। शनिवार को किशनगंज पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मामला दर्ज करने के बाद पुलिस अधीक्षक सागर कुमार द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-2 किशनगंज के नेतृत्व में टीम गठित किया गया।
गठित टीम द्वारा लगातार आसूचना संकलन, तकनीकी साक्ष्य संकलन और बायोलॉजिकल साक्ष्य संकलन एवं अनुसंधान के क्रम में यह तथ्य प्रकाश में आया कि उक्त हत्याकांड के एक अभियुक्त मनारूल हक, पे०-अब्दुल बारीक, सा०-पिपला थाना-दिघलबैंक, जिला-किशनगंज की संलिप्तता प्रतीत हुई, जब मनारूल हक से घटना के संबंध में पूछताछ की गई तो उन्होंने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए घटना में शामिल अन्य तीन लोगों का नाम भी बताया।
जिसमें से एक मृतक का साला भी शामिल था जो की घटना के बाद ओमान भाग गया है। जबकि अन्य दो अभियुक्तों की पहचान मनारूल हक उम्र 38 वर्ष, पे०-अब्दुल बारीक, सा०-पिपला 02. इरफान उम्र 25 वर्ष, पे०-शमीम अख्तर 03. मोकिम उम्र-29 वर्ष पे०-अब्दुल हनान, दोनो सा० खाडीटोला, तीनो थाना-दिघलबैंक, जिला-किशनगंज के रूप में हुई है।
आरोपियों ने पुलिस द्वारा किए गए पूछताछ में बताया की 21 सितंबर को महबूब आलम एवं उनका साला दरास अपने अन्य तीन दोस्तों के साथ स्विफ्ट कार बीआर37 एडी 9028 से जमीन के काम से पूर्णिया गए और वापसी के क्रम में गाड़ी में ही महबूब आलम की हथौड़े से सिर पर मार कर हत्या कर दी गई।
घटना को छिपाने के उद्देश्य से महबूब आलम के शव को पिपला स्थित एक खेत में दफन कर दिया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों को पुलिस ने आवश्यक पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कांड के उद्भेदन में एसडीपीओ मंगलेश कुमार सिंह, अंचल निरीक्षक अरूण कुमार सिंह, थाना अध्यक्ष विपिन कुमार सिंह, कोढोबाड़ी थाना अध्यक्ष संतोष कुमार, हृदयानंद मांझी, सूरज कुमार रजक एवं पुलिस अधिकारी और जवान शामिल थे।

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