मुस्लिम राष्ट्र बनाने के लिए PFI में शामिल हुआ था नदवी, बिहार के इस जिले में छिपा था
किशनगंज से पीएफआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष महबूब आलम नदवी को गिरफ्तार किया गया है। उस पर भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के लिए पीएफआई में शामिल होने का आरोप है। उसने 23 सहयोगियों के साथ मिलकर एक एक्शन प्लान बनाया था जिसमें 10% मुस्लिमों के एकजुट होने पर हिंदुओं को घुटने टेकने की बात लिखी थी। उसके अन्य देशों से भी संबंध होने की आशंका है।

शुभजीत शेखर, किशनगंज। किशनगंज में गिरफ्तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का पूर्व बिहार प्रदेश अध्यक्ष महबूब आलम नदवी भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के लिए संगठन (पीएफआई) में शामिल हुआ था। उसने अपने 23 सहयोगियों के साथ मिलकर सात पन्नों का एक्शन प्लान बनाया था, जिसमें लिखा था कि 10 प्रतिशत मुस्लिम यदि साथ दें तो हिंदू घुटने पर आ जाएंगे।
नदवी के अन्य देशों से भी कनेक्शन की बातें सामने आ रही है। कटिहार निवासी नदवी को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने गुरुवार को दबोचा था। दूसरे दिन शुक्रवार को भी सदर थाने में उससे पूछताछ जारी रही। पूछताछ में कई चौंकाने वाले राज सामने आने की संभावना जताई जा रही है। नदवी को 2022 में फुलवारीशरीफ पटना में दर्ज मामले में पकड़ा गया है।
तब फुलवारीशरीफ स्थित पीएफआई के कार्यालय में की गई छापेमारी में कई अहम सुराग पटना पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों के हाथ लगे थे। इस मामले में कटिहार के हसनगंज प्रखंड अंतर्गत रामनगर बंशी मुजफ्फर टोला निवासी नदवी समेत 22 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उनमें से कई जेल में बंद हैं।
नदवी को एनआईए तलाश कर रही थी। पटना में गिरफ्तार आरोपितों के पाकिस्तान सहित अन्य देशों से तार जुड़े होने की बात भी सामने आई थी। पीएफआई से जुड़ने के बाद नदवी का रहन-सहन पूरी तरह बदल गया था। नदवी के परिवार की आर्थिक स्थिति पहले अच्छी नहीं थी। उसके पिता के नाम महज कुछ कट्ठा जमीन ही थी। परिवार के सभी सदस्य फूस की झोपड़ी में रहते थे। घर में साइकिल तक नहीं थी।
पीएफआई से जुड़ने के बाद उसके घर में काफी संपन्नता आ गई थी। सूत्र बताते हैं नदवी इस्लामिक कट्टरपंथ विचार वाला है। फुलवारीशरीफ में दर्ज हुए टेरर फंडिंग केस में उसका नाम सामने आया था। एनआईए उसे अपने साथ दिल्ली ले जा सकती है। 2022 में फुलवारीशरीफ में आतंकी मॉड्यूल का राजफाश होने के बाद नदवी ओमान भाग गया था। वहां भी वह आईएसआईएस और बोकोहराम जैसे आतंकी सगठनों के संपर्क में था।
ओमान में दो वर्ष तक रहने के बाद वह भारत लौट आया था। मार्च 2025 से वह किशनगंज में रह रहा था और एक निजी स्कूल में शिक्षक बन गया था। सूत्र की मानें तो नदवी का कनेक्शन पाकिस्तान और बांग्लादेश से भी है, जिसकी गहन पूछताछ और जांच एनआईए की टीम कर रही है।
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