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    Kishanganj Chunav 2025: क्या नए चेहरे बदलेंगे राजनीतिक समीकरण? हर पार्टी ने लगा रखा है दांव

    Updated: Wed, 29 Oct 2025 03:01 PM (IST)

    किशनगंज जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में इस बार पार्टियों ने नए चेहरों पर दांव लगाया है। कुछ पुराने प्रत्याशियों को ही मौका मिला है। महागठबंधन, एनडीए और एआइएमआइएम ने भी नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। किशनगंज सीट पर कांग्रेस ने कमरूल हुदा को टिकट दिया है। कोचधामन से राजद ने मुजाहिद आलम को उम्मीदवार बनाया है। बहादुरगंज में कांग्रेस ने मुसब्बिर आलम को मैदान में उतारा है। ठाकुरगंज से राजद ने सउद आलम को टिकट दिया है।

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    जागरण संवादाता, किशनगंज। जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में इस बार सभी पार्टियों ने लगभग नए चेहरे पर दांव खेला है। सिर्फ दो पुराने प्रत्याशी अपनी-अपनी पार्टियों से मैदान में हैं। इनमें एक किशनगंज व दूसरा ठाकुरगंज से है। शेष सीटों पर महागठबंधन, एनडीए ही नहीं एआइएमआइएम ने भी नए चेहरे को मैदान में उतारा है।

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    हालांकि इनमें कई इसके पहले दूसरे दलों से चुनाव लड़ चुके हैं। तीन प्रत्याशी विधायक भी बन चुके हैं। किशनगंज सीट की बात करें तो कांग्रेस ने अपने सिटिंग विधायक इजहारूल हुसैन की जगह वर्ष 2020 में एआइएमआइएम के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे पूर्व विधायक कमरूल हुदा पर दांव लगाया है।

    यहां से भाजपा ने पुराने प्रत्याशी स्वीटी सिंह को ही फिर से मैदान में उतारा है, जबकि एआइएमआइएम ने शम्स आगाज पर भरोसा जताया है। कोचधामन सीट से राजद के सीटिंग विधायक इजहार असफी को बेटिकट करते हुए उनकी जगह जदयू से राजद में शामिल हुए मुजाहिद आलम को टिकट दिया है।

    यहां से भाजपा की वीणा देवी पहली बार चुनाव मैदान में उतरी हैं। एआइएमआइएम ने सरवर आलम को टिकट दिया है। इस सीट पर 2020 के चुनाव में एआइएमआइएम के टिकट पर चुनाव जीते इजहार असफी बाद में राजद में शामिल हो गए थे, लेकिन उन्हें राजद ने टिकट नहीं दिया।

    उनके पुत्र ने निर्दलीय नामांकन तो किया था, परंतु फिर अपना नाम वापस ले लिया। बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र पहले राजद के खाते में था। इस सीट पर एआइएमआइएम से 2020 में अंजार नईमी जीते थे और बाद में राजद में शामिल हो गए थे।

    नईमी को उम्मीद थी कि बहादुरगंज सीट राजद की होगी, लेकिन यह सीट कांग्रेस के खाते में जाने के बाद पार्टी ने मुस्सबिर आलम को मैदान में उतारा है। 2020 में यहां से कांग्रेस ने पूर्व विधायक तौसीफ आलम को टिकट दिया था। इस बार तौसीफ आलम यहां से एआइएमआइएम के उम्मीदवार हैं।

    एनडीए में यह सीट लोजपा-आर के खाते में है। लोजपा-आर ने कलीमउद्दीन पर भरोसा जताया है। ठाकुरगंज विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां से राजद ने दूसरी बार सउद आलम को टिकट देकर मैदान में उतारा है।

    वर्ष 2020 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे और दूसरे नंबर पर रहे गोपाल अग्रवाल को जदयू ने टिकट दिया है। चुनाव से पहले ये जदयू में शामिल हुए थे। एआइएमआइएम ने यहां से गुलाम हसनेन को मैदान में उतारा है। इन नए चेहरे के दम पर पार्टियां जीत का स्वाद चखना चाहती हैं। नए चेहरे कितने कामयाब होंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा।