घर के आंगन में रखा था मां का शव… बहू-बेटे ने पहले निभाया लोकतंत्र का फर्ज, फिर किया अंतिम संस्कार
एक परिवार ने अपनी दिवंगत मां के शव को घर पर रखकर पहले मतदान करने का निर्णय लिया। उनका मानना था कि उनकी मां हमेशा लोकतंत्र में विश्वास रखती थीं, इसलिए उन्होंने अंतिम संस्कार से पहले अपने लोकतांत्रिक कर्तव्य को निभाया। इस कार्य ने समाज में एक प्रेरणादायक संदेश दिया है।

अंतिम संस्कार से पहल मतदान
संवाद सूत्र, ठाकुरगंज (किशनगंज)। ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत पथरिया पंचायत के वार्ड संख्या 06 स्थित योगी टोला गांव में एक अनोखा उदाहरण सामने आया है। यहां 100 वर्षीय वृद्धा टटू टुडू का निधन मतदान के दिन सुबह हो गया। परिवार में शोक का माहौल था, लेकिन इसके बावजूद लोकतंत्र के प्रति उनकी निष्ठा और जिम्मेदारी की भावना देखने लायक रही।
वृद्धा के निधन के बावजूद उनके परिजनों ने शव को घर में रखकर पहले अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग किया। परिवार के कुल 12 सदस्य ठाकुरगंज विधानसभा के बूथ संख्या 345 पर पहुंचे और शांतिपूर्वक मतदान किया।
स्थानीय मतदाताओं ने बताया कि टटू टुडू हमेशा मतदान के महत्व पर जोर देती थीं और कहा करती थीं कि लोकतंत्र की असली ताकत वोट है। परिवार का यह कदम क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है और इसे लोकतंत्र के प्रति गहरी आस्था और कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक माना जा रहा है।

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