पारा 40 डिग्री को किया पार,जनजीवन अस्तव्यस्त
सहरसा। मौसम की तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। गुरुवार को जिले में 41 डिग्री पारा रिकाड
सहरसा। मौसम की तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। गुरुवार को जिले में 41 डिग्री पारा रिकार्ड किया गया। गर्मी बढ़ने से जहां आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं दैनिक मजदूरी करनेवालो, रिक्शाचालकों, व गरीब- गुरबा लोगों की कठिनाई भी बढ़ गई है। जैसे- जैसे मौसम की तपिश बढ़ रही है। वैसे ही बिजली की भी आंख-मिचौनी शुरू हो गई है। बिजली गुल रहने के महिलाएं, बच्चे व बुजुर्ग हलकान हैं। जिले में पेयजल संकट भी गहराने लगा है। मौसम विभाग ने इस वर्ष सर्वाधिक गर्मी पड़ने की आशंका जताई है। धूप से बचने के लिए लड़कियां कपड़े से मुंह ढंककर चलने लगी है। रिक्शा चालक धूप के बचने के लिए पेड़ की छांव में बैठने के लिए मजबूर हो रहे हैं। गुरूवार को इस मौसम का सर्वाधिक गर्मी रिकार्ड किया गया।
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शीतल पेय पदार्थों से भरा बाजार
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गर्मी बढ़ते ही जहां तरबूज, खीरा, ककड़ी व अन्य फलों की बिक्री बढ़ गई है। जगह- जगह बेल, आम के शर्बत
, नीबू की शिकंजी, लस्सी आदि बेचे जा रहे हैं। वहीं बाजार से गांव तक की दुकानें शीतल पेय पदार्थों से भर गयी है। शीतल पेय, आईसक्रीम आदि की बिक्री काफी बढ़ गई है। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग इन चीजों का सेवन करने लगे हैं।
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पंखे- कूलर की बढ़ी बिक्री
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ज्यों- ज्यों तापमान बढ़ रहा है। बाजार में पंखे, कूलर, एसी, फ्रीज आदि की भी बिक्री बढ़ गई है। लोग अपनी दूसरी जरूरतों को दरकिनार कर गर्मी से राहत पाने के लिए इन चीजों की खरीदारी कर रहे हैं। मौसम के बदलते मिजाज के साथ ही इन चीजों की कीमतों में भी उछाल आया है। बावजूद इसके लोग खरीदारी कर रहे हैं।
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गहराने लगा पेयजल संकट
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गर्मी के साथ ही पेयजल संकट गहराने लगा है। बस पड़ाव व अन्य जगहों में चापाकल का बेहद अभाव है। यात्रियों एवं आमलोगों को पेयजल के लिए बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा। पूर्व के वर्षों में समाजसेवी संगठनों द्वारा जगह-जगह पेयजल का प्रबंध किया जाता था, परंतु इस वर्ष नगर परिषद और स्वयंसेवी संगठन भी पूरी तरह उदासीन बने हुए हैं। जिससे लोगों को पानी के लिए दर- दर भटकना पड़ रहा है।
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