Waqf Act: दलगत सीमा तोड़कर वक्फ कानून के खिलाफ एकजुट हो रहे सीमांचल के नेता, 20 अप्रैल को विशाल जनसभा
Bihar Politics बिहार के सीमांचल में वक्फ कानून (Waqf Law) के खिलाफ नेता दलगत सीमाएं तोड़कर एकजुट हो रहे हैं। किशनगंज में राजद एआईएमआईएम और कांग्रेस के नेता एक मंच पर आए हैं। जदयू जिलाध्यक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। सीमांचल में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और 20 अप्रैल को एक विशाल जनसभा की तैयारी है।
शैलेश, किशनगंज। वक्फ कानून के विरोध में बिहार के सीमांचल में विरोध के स्वर धीरे-धीरे मुखर हो रहे हैं। सीमांचल के किशनगंज जिले में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर नेता वक्फ कानून को लेकर समाज को एकजुट करने में एक मंच पर उतर गए हैं।
इसको लेकर राजद विधायक, एआईएमआईएम विधायक सह प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस नेता एक मंच पर सभा में दिख रहे हैं। जदयू जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने भी इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
वक्फ संशोधन बिल लोकसभा में पारित होने के बाद से सीमांचल के किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार में लगातार सभा और नुक्कड़ नाटक और विरोध मार्च निकाला जा रहा है।
20 अप्रैल को विशाल जनसभा
पिछले एक सप्ताह में अब तक किशनगंज जिले में एक दर्जन से अधिक सभाओं और नुक्कड़ नाटकों का आयोजन हो चुका है। इसको लेकर किशनगंज के लहरा चौक में 20 अप्रैल को सभी दलों के नेता एक विशाल जनसभा की भी तैयारी में जुटे हैं।
बंगाल से सटे मुस्लिम बहुल सीमांचल में भी वक्फ का मुद्दा धीरे-धीरे तूल पकड़ रहा है। वक्फ कानून के विरोध में लगातार आवाज उठा रहे नेता एक तरह से आगामी चुनाव की तैयारी का हुंकार भर रहे हैं।
किशनगंज के कांग्रेस सांसद डॉ. जावेद आजाद वक्फ को लेकर बनाए गए संयुक्त कमेटी के सदस्य भी रहे हैं, ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर वक्फ के विरोध में समाज के बीच मजबूत दावेदारी बनाई है।
जदयू की किशनगंज में कमान संभाले मुजाहिद आलम भी खुलकर नहीं, लेकिन अंदरखाने से वक्फ को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
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