Bihar SIR: बिहार में वोटर लिस्ट में नाम नहीं जोड़ने पर ईरानी मूल के लोगों ने BLO को पीटा, Patna High Court के आदेश पर काटा गया था नाम
Bihar SIR बिहार के किशनगंज में रह रहे ईरानी मूल के लोगों ने बीएलओ की पिटाई कर दी। बिहार वोटर लिस्ट 2025 में नाम नहीं जोड़ने पर ईरानी मूल के लोगों ने बीएलओ को पीटकर घायल कर दिया। पटना हाईकोर्ट में नागरिकता संबंधित दस्तावेज नहीं देने पर इन सबों का नाम काटा गया था।

संवाद सहयोगी, किशनगंज। Bihar SIR बिहार के किशनगंज में रह रहे ईरानी मूल के लोगों का नाम वोटर लिस्ट में नहीं चढ़ाना शहर के एक वार्ड के बीएलओ को महंगा पड़ गया। नाम जोड़ने से इंकार करने पर ईरानी मूल के कुछ लोगों ने बीएलओ के घर में ही हंगामा कर बीएलओ की बुरी तरह पिटाई कर दी। इस घटनाक्रम के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
नगर परिषद क्षेत्र के मोतीबाग मोहल्ला के बूथ संख्या 266 के बीएलओ मोहम्मद कादिर नूर बताया कि ईरानी बस्ती के कुछ लोगों ने घर में घुसकर मारपीट की। उन्होंने बताया कि बूथ संख्या 266 में बीएलओ हैं तथा प्राथमिक विद्यालय पिपला में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। ईरानी मूल के कुछ लोग पिछले छह-सात दिनों से वोटर लिस्ट में अपना नाम जोड़ने के लिए दबाव दे रहे थे।
उसने संबंधित लोगों से कहा कि आपलोगों का नाम इस बूथ में नहीं है। बावजूद शुक्रवार को ईरानी बस्ती के रहने वाले कमर ईरानी व हैदर ईरानी कुछ लोगों के साथ उनके घर आ गए और मारपीट की। साथ ही वोटर लिस्ट में नाम नहीं चढ़ाने पर जान से मारने की भी धमकी दी।
बीएलओ ने बताया कि ज्जब वो घर से बाहर एक कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे। इसी दौरान पहुंचे लोगों ने घटना को अंजाम दिया। आसपास के लोगों के वहां पहुंचने पर मामला शांत हुआ। उन्होंने घर के सामान तोड़ फोड़ करने पिता के साथ बदसलूकी करने का भी आरोप लगाया है। पुलिस केस दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है।
पटना हाईकोर्ट के आदेश से 113 लोगों का काटा गया था नाम
दरअसल शहर के वार्ड नंबर 5 स्थित मोती बाग मोहल्ले में दशकों से ईरानी मुल्क के दर्जनों लोग रहते आ रहे हैं। वर्ष 2004 में हाई कोर्ट के निर्देश पर इसी वार्ड में रह रहे ईरानी मुल्क के करीब 113 लोगों का नाम वोटर लिस्ट से काटा गया था। दरअसल उस समय ईरानी मूल के लोगों को न्यायालय में चल रहे मामले में छह माह का समय मिला था। लेकिन ईरानी मूल के लोगों ने कोई भी नागरिकता प्रमाण के वैध दस्तावेज नहीं दिया। तब हाई कोर्ट के निर्देश पर सभी का नाम वोटर लिस्ट से काटा गया था।
दरअसल 1989 से किशनगंज में रह रहे ईरानी मुल्की लोगों का नागरिकता को लेकर मामला चल रहा था प्रखंड स्तर से लेकर जिला स्तर और राज्य स्तर तक लंबे समय तक मामला चलने के बाद 2004 में कोर्ट के निर्देश पर 113 लोगों का नाम वोटर लिस्ट से काटा गया था।
सूत्रों की मानें तो वोटर लिस्ट से नाम कटने के बाद फिर से ईरानी मुल्क के लोगों ने शहर व प्रखंडों के वार्ड में जाकर अपना नाम किसी तरह फिर से वोटर लिस्ट में दर्ज कर वापस वार्ड नंबर 5 में ट्रांसफर करवा लिया। वर्तमान में वार्ड नंबर 5 में लगभग तीन दर्जन से अधिक ईरानी मूल के लोगों का नाम वोटर लिस्ट में दर्ज है। लेकिन इन सभी ईरानी वोटरों को जिला प्रशासन के द्वारा फिर से नोटिस भेज कर नागरिकता प्रमाण को लेकर समय दिया है।
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