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    निषाद को आरक्षण नहीं तो दिल्ली में सरकार नहीं, राजा के घर राजा पैदा होने का जमाना गया: VIP सुप्रीमो मुकेश सहनी

    By Nirbhay Kumar JhaEdited By: Aysha Sheikh
    Updated: Sat, 07 Oct 2023 03:15 PM (IST)

    Mukesh Sahni वीआइपी सुप्रीमो व पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में निषादों को आरक्षण मिले इसको लेकर लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होनें कहा कि निषाद को आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं होगा। गठबंधन नहीं तो वोट नहीं और वोट नहीं तो दिल्ली की सरकार नहीं।

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    निषाद को आरक्षण नहीं तो दिल्ली में सरकार नहीं: वीआइपी सुप्रीमो मुकेश सहनी

    जागरण संवाददाता, खगड़िया। Nishad Reservation News: जो हमें सम्मान देगा वही दिल्ली की गद्दी पर बैठेगा। अब वह जमाना चला गया जब राजा के घर राजा पैदा होता था। अब लोकतंत्र है। लोकतंत्र में वही राजा बनेगा, जिसके पास वोट होगा। हमें अपनी ताकत दिखानी है।

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    उक्त बातें वीआइपी सुप्रीमो व पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा के दौरान खगड़िया में आयोजित सभा में कही। संकल्प यात्रा की शुरुआत अलौली प्रखंड के अंतर्गत झीमा गांव से आरंभ हुई। उसके बाद बलुआही बस स्टैंड, रोहरी दुर्गा स्थान, बेलदौर के गांधी उच्च विद्यालय मैदान में पहुंची।

    निषादों को आरक्षण देने की मांग

    वीआइपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा कि उनकी लड़ाई निषादों के उत्थान के साथ उन्हें अपना अधिकार दिलाने की है। निषादों को आरक्षण दिए जाने को लेकर वे संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार, झारखंड और यूपी में भी को निषादों को आरक्षण दिया गया है।

    बिहार में भी निषादों को आरक्षण मिले इसको लेकर लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होंने कहा वे ये हक लेकर रहेंगे। इसके लिए एकजुट होकर हर मोर्चे पर लड़ना होगा। उन्होंने कहा हमारी लड़ाई किसी पार्टी से नहीं है। केवल आरक्षण के लिए है।

    हमें जो सम्मान देगा वही दिल्ली की गद्दी पर बैठेगा

    हमें जो भी सम्मान देगा वही दिल्ली की गद्दी पर बैठेगा। उन्होंने कहा कि बिहार में जो सरकार हमने बनाई थी उसे सामंतियों ने तोड़ा। हमारे चार विधायक खरीद कर हमें ही सरकार से बाहर कर दिया। उन्होंने लोगों में जोश भरते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि उसका बदला लिया जाए।

    हमें संघर्ष करना है और आने वाली पीढ़ी के लिए लड़ाई लड़ेंगे। इसके लिए संकल्प लेने की जरुरत है, जिसे लेकर यह संकल्प यात्रा आरंभ की गई है। उन्हेंने निषाद को आरक्षण को लेकर लोगों को संकल्प दिलाते हुए एकजुट होने का आह्वान किया।

    उन्होंने कहा कि हमारी इतनी आबादी होने के बाद भी कोई हमें सुनने के लिए तैयार नहीं है। हमें संकल्प लेना है कि जो हमारी सुनेगा हम उसकी सुनेंगे। उन्होंने लोगों से कहा कि रामविलास पासवान का समाज हो या लालू यादव का उन्होंने संघर्ष किया अपने समाज के लिए लड़े तो आज देखें वो कहां से कहां पहुंच गए।

    निषाद को आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं

    15 साल लालू यादव ने संघर्ष किया और आज भी बिहार में उनकी सरकार है। उनके जाति वालों की पहचान है। निषादों ने भी नौ साल में अपनी अलग पहचान बना ली है। आज हम जिनके साथ रहेंगे वो यूपी, बिहार और झारखंड में 60 लोकसभा सीट जीतेंगे।

    जिनके साथ नहीं रहेंगे वो हारेंगे। उन्होनें कहा कि निषाद को आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं होगा। गठबंधन नहीं तो वोट नहीं और वोट नहीं तो दिल्ली की सरकार नहीं। इसी बात का संकल्प लेने आएं हैं कि संघर्ष करेंगे। दूसरे राज्यों में निषाद को आरक्षण मिल रहा है। बिहार में भी आरक्षण लेकर रहेंगे।

    विभिन्न जगहों पर आयोजित सभा में लोगों की काफी भीड़ दिखी। इस मौके पर पार्टी के जिलाध्यक्ष मनोहर सहनी, जिला महासचिव धर्मवीर सहनी, राज किशोर चौधरी, विकेस सहनी, सुरेश केवट, लक्ष्मण चौधरी, वरुण चौधरी, प्रभुदयाल सहनी आदि मौजूद थे।

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