याद किए गए शहीद प्रभुनारायण, माड़र में दूर-दूर से पहुंचे लोग
खगड़िया। स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में खगड़िया का नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित है। वर्ष 1942 म
खगड़िया। स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में खगड़िया का नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित है। वर्ष 1942 में जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो का आह्वान किया, तो खगड़िया के भी छात्र-नौजवान हाथों में तिरंगा लेकर आंदोलन में कूद पड़े। अंग्रेजों की गोलियां खाई, परंतु तिरंगा को झुकने नहीं दिया। इन अमर शहीदों में जिले के माड़र गांव निवासी शहीद प्रभुनारायण भी शामिल हैं। उन्होंने मात्र 21 साल की उम्र में 13 अगस्त 1942 को शहादत को वरण किया। इधर, सोमवार को शहीद प्रभुनारायण पार्क में एक कार्यक्रम आयोजित कर वीर सपूत शहीद प्रभुनारायण को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर डीएम अनिरुद्ध कुमार भी मौजूद थे।
मौके पर आगत लोगों ने शहीद प्रभुनारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया, पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने शहीद प्रभुनारायण के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का आयोजन शहीद प्रभु नारायण पार्क कमेटी की ओर से किया गया था।
मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष अर्जुन शर्मा, राजद के कार्यकारी जिलाध्यक्ष कुमार रंजन पप्पू, कांग्रेस नेत्री प्रीति वर्मा, हम के जिलाध्यक्ष व पूर्व मुखिया संजय यादव, स्वराज अभियान के
विजय ¨सह, विप्लव रंधीर, नशा मुक्त भारत के संस्थापक प्रेम कुमार यशवंत, नशा मुक्त भारत के जिला संयोजक जितेन्द्र कुमार यादव, रालोसपा नेता ई. धर्मेंद, राजद नेता नन्दलाल मंडल, पंचायत समिति सदस्य राहुल कुमार, संदीप शर्मा, माकपा नेता सुरेंद्र महतो आदि मौजूद थे।
इधर, शहीद प्रभु नारायण पार्क कमेटी के सदस्य विजय ¨सह ने बताया कि कार्यक्रम के बाद डीएम ने उनसे कहा कि खगड़िया स्टेशन का नाम शहीद प्रभुनारायण स्टेशन रखा जाए, इसको लेकर सरकार को पत्र लिखा जाएगा। === ===
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