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    खगड़िया नगर परिषद की राजनीति गरमाई, मुख्य पार्षद के खिलाफ कई वार्ड पार्षदों ने खोला मोर्चा

    Updated: Fri, 05 Dec 2025 02:30 PM (IST)

    खगड़िया नगर परिषद में मुख्य पार्षद के खिलाफ 24 वार्ड पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है। पार्षदों ने विकास कार्यों में अनदेखी, नियमों के उल्लंघन और भ्रष्ट ...और पढ़ें

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    मुख्य पार्षद अर्चना कुमारी।

    जागरण संवाददाता, खगड़िया। खगड़िया नगर परिषद के मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद के विरुद्ध बीते तीन दिसंबर को शिवराज यादव के नेतृत्व में 24 वार्ड पार्षदों ने कार्यपालक पदाधिकारी सिंधु कमल को आवेदन देकर नप बोर्ड की साधारण बैठक आहूत करने की मांग की थी।

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    वहीं, चार दिसंबर को वार्ड पार्षद शिवराज यादव, बबलू कुमार, रंजीत कुमार सिंह, जितेंद्र पासवान, शोभा देवी और कविता भारती ने संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर मुख्य पार्षद पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मौके पर वार्ड पार्षद प्रतिनिधि राजकुमार फोगला भी मौजूद रहे।

    वार्ड पार्षदों ने कहा कि मुख्य पार्षद अर्चना कुमारी नगर परिषद क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही हैं। जब इसको लेकर नप के 24 वार्ड पार्षद एकजुट होकर आवाज उठा रहे हैं, तो मुख्य पार्षद कह रही हैं कि कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ और गलत मांगों को लेकर अनावश्यक दबाव बनाना चाहते हैं।

    शिवराज व अन्य वार्ड पार्षदों ने कहा कि हमलोगों का इसमें बस इतना ही स्वार्थ है कि नगर परिषद खगड़िया का विकास हो। जनता हम सभी वार्ड पार्षद को नगर परिषद के विकास के लिए अपना मत देकर पार्षद बनाया। हमारा कर्तव्य है कि जनता की उम्मीद के अनुसार सौ प्रतिशत काम करें। खगड़िया शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाएं। शहर में जो जल जमाव होता है उसका निदान करें।

    वार्ड पार्षदों ने कहा कि गरीब परिवार के लोगों को दाह-संस्कार के लिए जो तीन हजार रुपये मिलते हैं वह राशि विगत तीन वर्षों से नहीं मिला है। समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हम सभी वार्ड पार्षद खगड़िया शहर के विकास के लिए एकजुट हुए हैं, क्योंकि मुख्य पार्षद को खगड़िया के आमजन की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है।

    नगर विकास विभाग के एक्ट के तहत बोर्ड की साधारण बैठक कम से कम महीना में एकबार होना है, लेकिन बैठक कभी छह माह, तो कभी तीन माह में होती है और प्रस्ताव पुस्तिका में जनहित की समस्या को अंकित नहीं कर बिना वार्ड पार्षद के सहमति से प्रस्ताव पुस्तिका में ऐसा प्रस्ताव अंकित कर दिया जाता है, जिसका आमलोगों की समस्या से कोई लेना देना है, इसलिए तीन दिसंबर को नगर परिषद खगड़िया के 24 वार्ड पार्षद ने नगर कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिखते हुए विकास कार्यों के संचालन के लिए बैठक आहूत कराने की मांग की है। कारण, मुख्य पार्षद बैठक नहीं कर रहे हैं।

    पूर्व में हुए बोर्ड की साधारण बैठक एवं सशक्त स्थाई समिति की बैठक की कापी ससमय वार्ड पार्षदों को उपलब्ध नहीं कराया जाता है। इतना ही नहीं बोर्ड की साधारण बैठक में पार्षदों के द्वारा सर्वसम्मति से लिए गए निर्णय के विपरीत मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद एवं कार्यालय कर्मी के मिलीभगत से पारित प्रस्ताव में छेड़-छाड़ कर मनमानी की जाती है। वही कार्य किए जाते हैं जिसमें मोटी कमीशन मिलता हो।

    वार्ड पार्षदों द्वारा लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह निराधार और भ्रामक हैं। तीन वर्षों तक किसी ने कोई आपत्ति नहीं उठाई, और अब अचानक मुद्दे इसलिए उठाए जा रहे हैं, क्योंकि कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ और गलत मांगों को लेकर दबाव बनाना चाहते हैं। जिसे कभी पूरा नहीं होने दिया जाएगा। किसी भी गलत डिमांड या निजी लाभ के लिए कोई कार्य किसी भी शर्त पर नहीं किया जाएगा। नगर परिषद का हर काम नियम, पारदर्शिता और जनता के हितों के अनुसार ही किया गया है और किया जा रहा है। - अर्चना कुमारी, मुख्य पार्षद, नगर परिषद खगड़िया।