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    खगड़िया में अगुवानी बस स्टैंड का हाल बेहाल, सरकारी बस सेवा के लिए तरस रहे परबत्ता के लोग

    Updated: Wed, 03 Dec 2025 06:41 AM (IST)

    खगड़िया के अगुवानी बस स्टैंड की हालत बहुत खराब है। परबत्ता के लोग सरकारी बस सेवा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि उन्हें यात्रा करने में आसानी हो। ...और पढ़ें

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    खगड़िया में सरकारी बस सेवा के लिए तरस रहे परबत्ता के लोग। फोटो जागरण

    संवाद सूत्र, परबत्ता (खगड़िया)। प्रखंड के बहुचर्चित अगुवानी बस स्टैंड का हाल बेहाल है। इसे बस स्टैंड से लाखों के राजस्व की प्राप्ति होती है। पर इस स्टैंड पर यात्री सुविधा का अभाव है। एक तरफ जहां बस स्टैंड पर अतिक्रमणकारियों का राज कायम हो गया है।

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    वहीं दूसरी और सरकारी स्तर पर बस सेवा भी नदारद है। वर्षों पहले तत्कालीन परिवहन मंत्री व परबत्ता के पूर्व विधायक स्मृति शेष आरएन सिंह के कार्यकाल में यहां से सरकारी बसें विभिन्न जगहों के लिए खुलती थी। परंतु आज इस बस स्टैंड से सरकारी बस सेवा की सुविधा के लिए लोग तरस रहे हैं। इस ओर स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी ध्यान नहीं है।

    एक दशक पूर्व राजधानी से परिवहन विभाग की बस अगुवानी तक आती थी। किंतु आज यहां से दो दर्जन से अधिक प्राइवेट बसें चलती है। सरकारी बस नदारद है। प्राइवेट बसों से लोगों का दोहन हो रहा है। सरकार इस स्टैंड से राजस्व की प्राप्ति तो हो रही पर न तो सरकारी बस की सुविधा है और न ही अन्य सुविधा है।

    आजादी के एक दशक बाद अगुवानी तक पीडब्ल्यू सड़क का निर्माण हुआ इसके बाद ही यहां बस स्टैंड भी बना। तब यह स्टैंड काफी चर्चित व व्यस्त स्टैंड के रुप में जाना जाता था। यहां से कई जगहों के लिए बसे खुलती थी। बाद के दिनों में इसकी उपेक्षा आरंभ हुई।

    आज इसे कोई देखने वाला काई नहीं है। यहां यात्रियों के बैठने, शौचाल, पेयजल आदि की भी समुचित व्यवस्था नहीं है। यहां वर्षाें पूर्व कराई गई ईंट सोलिंग गड्ढे में तब्दील हो गई है। यहा बनाया गया मुसाफिर खाना खंडहर में तब्दील है। दुकानदार व स्थानीय लोग स्टैंड का अतिक्रमण कर कब्जा जमाए है।

    पूर्व में अतिक्रमण हटाने का हुआ असफल प्रयास

    वर्ष 2015 -16 मे तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी डा. कुंदन ने अतिक्रमण हटाने एवं सौंदर्यीकरण को लेकर पहल की थी। लेकिन कुछ ही दिनों में उनका ट्रांसफर हो जाने के चलते मामला ठंडे बस्ते में चला गया।

    इसके विकास के लिए समिति का गठन किया गया। प्रति वर्ष डाक कराया जाने लगा डाक राशि समिति के खाते मे भी जमा होने लगी और निकलती भी रही। लेकिन स्टैंड के विकास कार्य होते किसी ने नही देखा। पूर्व विधायक स्मृतिशेष आरएन सिंह के पहल पर स्टैंड परिसर में अवस्थित धर्मशाला एवं परिसर के कुछ हिस्सों का जीर्णोद्धार कराया गया।

    शौचालय को भी दुरुस्त कराया गया। परंतु देखरेख और रखरखाव के अभाव में यह फिर जर्जर हो गया। मामले में सीओ हरिनाथ राम ने बताया कि वे अतिक्रमण संबंधी फाइलों का अवलोकन कर रहे हैं नियम के अनुसार अतिक्रमण हटाया जाएगा। बस स्टैंड के अतिक्रमण को लेकर भी पहल की जाएगी।