गौशाला मेला: बढ़ती चली गई तिथि, फंसता चला जा रहा पेच
गौशाला मेले की तिथि में बार-बार बदलाव होने से आयोजन में दिक्कतें आ रही हैं। तिथियों के बार-बार बदलने से स्थिति उलझती जा रही है और आयोजकों के लिए समस्या का समाधान निकालना जरूरी हो गया है ताकि मेला ठीक से हो सके।

गायों का मेला। फोटो AI जनरेटेड
जागरण संवाददाता, खगड़िया। आगामी पांच से 14 दिसंबर तक ऐतिहासिक 137वां खगड़िया गोपाष्टमी महोत्सव का आयोजन होना है। मालूम हो कि महोत्सव की तिथि इस वर्ष बढ़ाई गई है। इधर इस अवसर पर लगने वाले झूले, खेल-तमाशे की निविदा की समस्या का समाधान होता नजर नहीं आ रहा है।
गौशाला मेला में झूले, खेल- तमाशे लगाने को लेकर गौशाला कार्यालय में सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार खुली बोली हुई। जिसमें एक भी निविदादाता ने भाग नहीं लिया।
गौशाला कार्यालय में आयोजित खुली डाक प्रक्रिया में एक भी निविदादाता के हिस्सा नहीं लेने के आलोक में अनुमंडल अधिकारी सह गौशाला समिति के पदेन अध्यक्ष धनंजय कुमार ने निर्देशित किया कि निविदा प्रक्रिया के नियमानुसार झूले, खेल-तमाशे लगाने के लिए पुनर्निविदा की प्रक्रिया अपनाई जाए।
खगड़िया गौशाला समिति के मंत्री प्रदीप दहलान ने बताया कि सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गौशाला कार्यालय में खुली बोली के माध्यम से निविदा हुई। जानकारी अनुसार इस मौके पर खगड़िया गौशाला समिति के मंत्री के अलावा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. एसके पंसारी, केके सिंह, पुरुषोत्तम अग्रवाल एवं प्रमोद केडिया उपस्थित थे।
खगड़िया गौशाला समिति के मंत्री ने बताया कि निविदा की खुली डाक प्रक्रिया में एक भी निविदादाता ने हिस्सा नहीं लिया। मंत्री ने बताया कि खगड़िया सदर अनुमंडल अधिकारी सह गौशाला समिति के पदेन अध्यक्ष से विमर्श के बाद आगामी 28 नवंबर को गौशाला कार्यालय में खुली डाक के माध्यम से निविदा पूरी की जाएगी।
मालूम हो कि छठ पूजा के दूसरे दिन गोपाष्टमी महोत्सव शुरू होने की परंपरा रही है। छठ पूजा के समय विधानसभा चुनाव की तैयारी चल रही थी। कानून- व्यवस्था के मद्देनजर गोपाष्टमी महोत्सव की समयावधि बढ़ाकर 21 से 30 नवंबर करने का निर्णय लिया गया।
उक्त संदर्भ में गोपाष्टमी महोत्सव में झूले, खेल-तमाशे लगाने को लेकर निविदा का प्रकाशन हुआ। महोत्सव ससमय आयोजित नहीं होने के कारण निविदादाताओं ने झूले, खेल-तमाशे की बोली मात्र 31 लाख रुपये लगाई, जबकि गौशाला समिति के द्वारा झूले, खेल-तमाशे निविदा की न्यूनतम बोली 45 लाख रुपये तय की गई थी।
इस बीच कतिपय व्यक्ति के द्वारा निविदा स्वीकृत किए जाने के लेकर शिकायत किए जाने के आलोक में झूले, खेल- तमाशे की बोली रद करने का निर्णय लिया गया। अब देखना है कि 28 नवंबर को क्या होता है। मालूम हो कि गौशाला मेला के मुख्य आकर्षण झूले, खेल-तमाशे ही होते हैं।

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