Bihar Flood: गंगा और बूढ़ी गंडक के जलस्तर का ‘जलजला’ थमा, उतर रहा बाढ़ का पानी
खगड़िया में गंगा बूढ़ी गंडक कोसी और बागमती नदियों के जलस्तर में गिरावट आई है लेकिन ये अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। गंगा खगड़िया में खतरे के निशान से 1.25 मीटर ऊपर है जबकि बूढ़ी गंडक 87 सेंटीमीटर ऊपर है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल ने बांधों और तटबंधों को सुरक्षित बताया है लेकिन वरुणा पंचायत में अभी भी कई स्थानों पर पानी भरा हुआ है।

जागरण संवाददाता, खगड़िया। चार अगस्त को सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। गंगा और बूढ़ी गंडक के बाद कोसी व बागमती के जलस्तर में भी गिरावट आई है। हालांकि, गंगा, बूढ़ी गंडक, कोसी और बागमती अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
अब भी गंगा खतरे के निशान से एक मीटर 25 सेंटीमीटर ऊपर
खगड़िया बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-एक की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार खगड़िया के खारा धार जलद्वार के पास गंगा का जलस्तर चार सितंबर की सुबह छह बजे 35.32 मीटर रहा।
तीन सितंबर की संध्या छह बजे जलस्तर 35.38 मीटर था। 12 घंटे के दौरान जलस्तर में मात्र छह सेंटीमीटर की कमी आई है। जलस्तर में गिरावट की गति अत्यंत ही धीमी है। गंगा अभी भी खतरे के निशान से एक मीटर 25 सेंटीमीटर ऊपर है।
बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से 87 सेंटीमीटर ऊपर
बूढ़ी गंडक का जलस्तर खगड़िया के एनएच-31 ब्रिज (अघोरी स्थान) के पास चार सितंबर की सुबह छह बजे 37.54 मीटर दर्ज किया गया। तीन सितंबर की संध्या छह बजे जलस्तर 37.47 मीटर था।
12 घंटे के दौरान (तीन सितंबर की संध्या छह बजे से चार सितंबर की सुबह छह बजे तक) बूढ़ी गंडक के जलस्तर में मात्र सात सेंटीमीटर की कमी आई है। बूढ़ी गंडक अभी भी खतरे के निशान से 87 सेंटीमीटर ऊपर है।
इधर खगड़िया बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-एक की ओर से जारी खैरियत प्रतिवेदन में सभी बांध-तटबंधों और आधारभूत संरचनाओं को सुरक्षित बताया गया है।
सबसे पहले बाढ़ का पानी प्रवेश करता है और सबसे बाद में निकलता है
इधर गंगा और बूढ़ी गंडक के बाढ़ प्रवण क्षेत्र में पानी उतार पर है। लेकिन संकट कायम है। गोगरी प्रखंड के वरुणा (बोरना) वार्ड नंबर-10 के पंच मु. जुबैर ने बताया कि, यहां अभी भी नाव चल रही है। वार्ड में हर जगह पानी है। तीसरी बार की बाढ़ में पानी घरों में प्रवेश नहीं किया। लेकिन मोहल्ले में चारों ओर पानी ही पानी है।
उन्होंने कहा कि इस वार्ड में सबसे पहले बाढ़ का पानी प्रवेश करता है और सबसे बाद में निकलता है। वरुणा(बोरना) पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मु. नासिर इकबाल ने बताया कि अधिकांश सड़काें पर से पानी निकल चुका है। अभी पंचायत में चार नावें चल रही है।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर वरुणा, पंचायत भवन वरुणा में अब भी पानी है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का संचालन वरुणा चौक के पास हो रहा है। मध्य विद्यालय और प्लस टू विद्यालय वरुणा के परिसर में भी पानी है। दोनों विद्यालय एक ही कैंपस में है।
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