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    Khagaria: फर्जी दारोगा झाड़ता था वर्दी का रौब, थाने में भी कई दिन तक किया काम, पोल खुली तो हुआ गिरफ्तार

    By Nirbhay Kumar JhaEdited By: Yogesh Sahu
    Updated: Wed, 01 Mar 2023 11:48 PM (IST)

    सूचना पर एसपी अमितेश कुमार के निर्देश पर चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार के नेतृत्व में दारोगा पंकज यादव व अन्य के द्वारा की गई कार्रवाई में फर्जी दारोगा को पकड़ा गया है। उसके आवास से वर्दी नेम प्लेट लैपटॉप तीन मोबाइल भी बरामद किए गए हैं।

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    फर्जी दारोगा झाड़ता था वर्दी का रौब, थाने में भी कई दिन तक किया काम, पोल खुली तो हुआ गिरफ्तार

    जागरण संवाददाता, खगड़िया। खगड़िया में बुधवार को एक फर्जी दारोगा को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार फर्जी दारोगा सुपौल के वार्ड नंबर सात का रहने वाला है।

    दयानंद यादव के पुत्र फर्जी दारोगा अजय यादव की गिरफ्तारी जेल के समीप पप्पू पासवान के मकान से की गई है।

    सूचना पर एसपी अमितेश कुमार के निर्देश पर चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार के नेतृत्व में दारोगा पंकज यादव व अन्य के द्वारा की गई कार्रवाई में फर्जी दारोगा को पकड़ा गया है।

    उसके आवास से वर्दी, नेम प्लेट, लैपटॉप, तीन मोबाइल भी बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार फर्जी दारोगा पिछले तीन महीने से उक्त मकान में किराए पर रह रहा था।

    आसपास के लोग फर्जी दारोगा को अजय बाबू कहते थे। वह आमजनों के बीच बीपीएससी व यूपीएससी पास करने की बात कहकर प्रभाव जमा रहा था।

    फर्जी दारोगा से जब थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने पूछताछ की, तो उसने बताया कि 2 नवंबर 2022 को वह खगड़िया पुलिस लाइन में नए दारोगा के रूप में योगदान किया है और समाहरणालय के क्राइम ब्रांच में प्रतिनियुक्त है।

    फर्जी दारोगा ने अपना नियुक्ति पत्र भी दिया। एसपी के आदेश पर जब उक्त दारोगा के बारे में नेट और पुलिस लाइन में सत्यापन किया गया तो वह फर्जी निकला।

    नए दारोगा का योगदान सूची में उसका नाम नहीं था, ऐसे में उसकी बात गलत निकली। थानाध्यक्ष ने बताया कि केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है।

    चौंकाने वाली बात: मानसी थाने में कई दिन तक काम कर चुका था फर्जी दारोगा

    अपराधियों पर लगाम लगाने को लेकर सक्रिय पुलिस को अब फर्जी वर्दीधारी की सक्रियता से परेशानी बढ़ गई है।

    एसपी अमितेश कुमार के सख्त निर्देश पर ऐसे फर्जी वर्दीधारी की गतिविधि विफल होती रही है और वे गिरफ्तार भी होते रहे हैं।

    मानसी थाने में काम कर रहे एक फर्जी दारोगा विक्रम कुमार की गिरफ्तारी के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई थी। वह बेगूसराय का रहने वाला था।

    उस पर केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया था। एक पुलिस इंस्पेक्टर को भी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था, जो फर्जी निकला और जेल भेज दिया गया।

    दो पशु दारोगा को वर्दी में गिरफ्तार किया गया था। दोनों वर्दी में समाहरणालय पहुंच गए थे। एसपी अमितेश कुमार के निर्देश पर आलोक कुमार और राजेश कुमार को पकड़ा गया था।

    केस दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया गया था। इस बार फर्जी दारोगा अजय यादव को गिरफ्तार किया गया है। बड़ी बात तो यह है कि ये जालसाज पुलिस को चकमा देने लगे हैं।

    बड़ी बात यह भी है कि फर्जी वर्दीधारी का सेफ जोन खगड़िया बनता जा रहा है। ऐसे में पूरे जिले में ऐसी गतिविधि पर पुलिस को चौकसी बरतने की जरूरत है।

    शहर में ऐसे फर्जी दारोगा की लगातार गिरफ्तारियों के बाद पूरी संभावना है कि दुर्गम क्षेत्र में ऐसे और भी फर्जी दारोगा की सक्रियता हो। बहरहाल, एक बार फिर फर्जी दारोगा की गिरफ्तारी से आमलोग भी सकते में हैं।

    कानून को हाथ में लेने वाले चाहे कितने ही ताकतवर क्यों न हों, बख्शे नहीं जाएंगे। गिरफ्तार फर्जी दारोगा को जेल भेज दिया गया है। - अमितेश कुमार, एसपी, खगड़िया

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