कटिहार में पानी के दबाव से मक्का गोदाम हुआ जमींदोज, लगभग डेढ़ करोड़ रुपये का हुआ नुकसान
कटिहार के कुरसेला थाना क्षेत्र में NH-31 के किनारे स्थित सुधा वेयर हाउस नामक मक्का गोदाम ढह गया। गंगा और कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि से भूमिगत जल का दबाव बढ़ने के कारण यह हादसा हुआ। गोदाम में रखे 56784 बोरा मक्का में से लगभग 20000 बोरा मक्का पानी में डूब गया जिसका अनुमानित मूल्य डेढ़ करोड़ रुपये है। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया।

संवाद सूत्र, कुरसेला (कटिहार)। कुरसेला थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-31 के किनारे स्थित सुधा वेयर हाउस नामक मक्का गोदाम गुरुवार की सुबह ढह गया।
देखते-देखते ही यह खबर आग की तरह परिक्षेत्र में फैल गई। जिसके बाद उक्त स्थल पर देखने वालों की भीड़ इकट्ठी हो गई। घटना को लेकर जितनी मुंह उतनी बातें की जा रही थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गंगा तथा कोसी के जलस्तर मे एक बार पुनः वृद्धि होने के कारण एनएच-31 के बाईं ओर तरसईया भूमिगत जल का दबाव बनते जा रहा था।
मिट्टी के गीला होने एवं सिपेज होने के कारण गोदाम का पिछला हिस्सा जोरदार आवाज के साथ टूटकर ढह गया और जलमग्न हो गया।
गोदाम में मक्का संरक्षित कर रखने वाले कंपनी के लोगों ने बताया कि उक्त गोदाम में 56,784 बोरा मक्का संरक्षित कर रखा गया था। जिसमें से लगभग 20,000 बोरा, जिसका अनुमानित कीमत लगभग डेढ़ करोड़ है ने जल समाधि ले ली है।
ज्ञात हो कि एनएच-31 के बाईं ओर कोसी के जलस्तर घटने के बाद भी लंबे समय तक पानी का दबाव बना रहता है। स्थानीय लोगों के अनुसार पानी के दबाव से मिट्टी ढीली हो गई। जिससे आधार कमजोर हो गया। वहीं, चूहों के द्वारा बनाए गए बिल से सिपेज के कारण भी घटना घटित होने कि वजह बताई जा रही है।
समाचार प्रेषित होने तक घटना की सूचना फर्म को देते हुए बचाव कार्य प्रारंभ किया गया है। वहीं, इस घटना में इतनी बड़ी नुकसान हो जाने से भू स्वामी विनोद अग्रवाल हतप्रभ हैं।
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