कटिहार में बिहार की मिट्टी का अवैध खनन कर बंगाल भेजा जा रहा है जिससे बिहार को राजस्व का नुकसान हो रहा है और बंगाल को टैक्स मिल रहा है। महानंदा नदी के किनारे बिना अनुमति के खनन किया जा रहा है। स्थानीय मुखिया ने विभाग को शिकायत की है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। खनन पदाधिकारी ने कार्रवाई करने की बात कही है।
राजीव चौधरी, कटिहार। बिहार की चोरी की गई मिट्टी से बंगाल में भवन मकान बन रहे हैं। कटिहार व पश्चिम बंगाल के बार्डर पर ईंट कारोबारी बिहार के क्षेत्र में मिट्टी का अवैध खनन कर बंगाल पहुंचाया जा रहा हैं।
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मतलब बिहार में राजस्व की चोरी हाे रही और बंगाल में टैक्स वसूला जा रहा है। बताया जाता हैं कि बिहार-बंगाल बार्डर के समीप अवैध रूप से मिट्टी खनन का कारोबार काफी तेजी से फल-फूल रहा है। कटिहार की मिट्टी का अवैध खनन कर पश्चिम बंगाल की ईंट भट्टों में अधिक दर पर भेजा जा रहा है।
बंगाल से सटे प्राणपुर व रोशना थाना क्षेत्र से बड़े पैमाने पर रात के अंधेरे में एक्सकेवेटर से मिट्टी का खनन कर हाइवा, ट्रक व ट्रैक्टर से सीमा पर कराकर इसे बंगाल तक भेजा जा रहा हैं। महानंदा नदी किनारे सरकारी जमीन से बिना खनन विभाग की अनुमति के मिट्टी का खनन किया जा रहा है।
खनन माफियाओं पर नकेल कसने में खनन विभाग, स्थानीय पुलिस के साथ साथ जिला प्रशासन भी सफल नहीं हो रहा हैं। लाभा के समीप चेकपोस्ट भी हैं। दिन हो या रात चेकपोस्ट होकर मिट्टी लदे वाहन आसानी से पार हो रहे हैं।
बताया जाता हैं कि पूर्व में सिर्फ ट्रैक्टर से चोरी छुपे मिट्टी की चोरी की जाती हैं, अब रात-दिन ट्रैक्टर समेत ट्राली, ट्रक से मिट्टी बिहार से बंगाल पहुंचाई जा रही है।
इन प्रखंडों से होता है अवैध खनन
अमदाबाद, प्राणपुर, रोशना, आजमनगर, बलरामपुर आदि प्रखंड में बड़े पैमाने पर मिट्टी की कटाई की जा रही है। अमदाबाद के चौकिया पहाड़पुर के समीप अवैध रूप से मिट्टी का खनन कर बंगाल के ईंट भट्टों तक भेजा जा रहा है।
अन्य स्थानों पर मिट्टी का खनन कर स्थानीय बाजारों में बेची जाती है। बलरामपुर प्रखंड के शरीफनगर, महिशाल, लुत्तीपुर, किरोरा, बिजौल, भिमियाल में अवैध मिट्टी का कारोबार तेजी से फलफूल रहा है।
बलरामपुर में मिट्टी का अवैध खनन कर स्थानीय ईंट भट्टों में ही खपाया जाता है। बलरामपुर के ईंट भट्टों में तैयार ईंट को पश्चिम बंगाल तक बेची जा रही है। रोशना थाना क्षेत्र के महानदी नदी ब्रिज के नीचे, इंग्लिश, खोजाटीह हाट, रोशना तटबंध व प्राणुपर के कोहनिया पंचायत, भरत कोल, इमाम नगर आदि स्थानो पर खनन हो रहा हैं। इन प्रखंडो से बंगाल की सीमा की दूरी अधिकतम दस से 15 किलोमीटर बताई जाती हैं।
क्या कहते हैं मुखिया
गौरीपुर पंचायत के मुखिया सह खरवार आदिवासी संघ के प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र से मिट्टी खनन कर उंचे दामों में पश्चिम बंगाल के ईंट भट्टों को भेजी जा रही हैं। अवैध खनन की रोकथाम को लेकर विभाग को लिखित आवेदन भी दिया है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति तक ही सिमट कर रह गया हैं।
अगर अवैध रूप से मिट्टी खनन हो रहा हैं तो कार्रवाई कर जुर्माना वसूला जाएगा। अवैध मिट्टी खनन पर अभियान चलाकर आवश्यक कार्रवाई की जा रही हैं।
आकांक्षा प्रियदर्शी , जिला खनन पदाधिकारी, कटिहार
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