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हो जाएं सावधान...!!! दिल्ली से भी अधिक प्रदूषित है बिहार का कटिहार

हो जाएं सावधान...!!! बिहार का कटिहार जिले में काफी प्रदूषण है। दिल्ली से भी अधिक प्रदूषित है यह जिला। 360 एक्यूआइ इंडेक्स सोमवार को 368 तक मंगलवार को पहुंचा विभिन्न निर्माण कार्यों के कारण बढ़ रहा है प्रदूषण का स्तर।

By Jagran NewsEdited By: Dilip Kumar shuklaPublished: Wed, 09 Nov 2022 09:44 AM (IST)Updated: Wed, 09 Nov 2022 09:44 AM (IST)
बिहार के कटिहार में काफी प्रदूषण है।

नीरज कुमार, कटिहार। हो जाएं सावधान...!!! देश की राजधानी दिल्ली से भी अधिक खतरनाक स्तर पर कटिहार का प्रदूषण स्तर पहुंच गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सोमवार को जारी रिपोर्ट में कटिहार को देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर बताया गया है। दिल्ली दूसरे स्थान पर है। जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स सोमवार को 360 दर्ज किया गया। मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 368 तक पहुंच गया। 250 से अधिक एक्यूआइ स्वासथ्य के लिए अहितकर माना जाता है।

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300 से अधिक पहुंचने पर यह गंभीर खतरे का रूप ले सकता है। इससे श्वसन तंत्र से संबंधित बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। दीपावली के बाद से ही कटिहार की वायु गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों को भी अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान होने की जरूरत है। बताया जा रहा है कि जिले में फोरलेन सड़क, गंगा नदी पर पुल सहित कई ग्रामीण सड़कों व पुल-पुलियों का निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य के उपयोग में खुले ट्रक से फ्लाई एश, बालू, मिट्टी आदि लाई जा रही है। हवा बहने पर फ्लाई एश, बालू व मिट्टी फैलने के कारण वायु की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।

मास्क का करें उपयोग : चिकित्सकों ने वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने को स्वास्थ्य के लिए, खास तौर पर श्वसन तंत्र के लिए खतरनाक बताया है। एक्यूआइ इंडेक्स खतरनाक स्तर पर पहुंचने के कारण आमलोगों से बाहर निकलने पर मास्क पहनने की अपील की है। साथ ही बहुत जरूरी नहीं होने पर निजी की जगह यातायात के सार्वजनिक संसाधनों के उपयोग से प्रदूषण पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

कटिहार के जिलाधिकारी उदयन मिश्रा ने कहा कि जिले में फोरलेन सड़क सहित कई पुल-पुलियों का निर्माण कार्य चल रहा है। ट्रकों से बालू, मिट्टी व फ्लाई एश लाए जाने के कारण भी हवा में धूलकण फैल रहे हैं। एयर क्वालिटी इंडेक्स में उतार-चढ़ाव तात्कालिक कारणों से भी होता है। निर्माण कार्य एजेंसी को फ्लाई एश सहित अन्य निर्माण सामग्री लाने के दौरान पानी का छिड़काव करने तथा इन्हें तिरपाल से ढककर लाने का निर्देश दिया गया है। नगर निगम को भी शहरी क्षेत्र में, खासतौर पर चिह्नित स्थानों पर पानी के छिड़काव का निर्देश दिया गया है।


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