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    Katihar News: बारसोई BDO ने दिया इस्तीफा, SDM पर लगाए गंभीर आरोप; बोले- बार-बार...

    Updated: Sat, 12 Jul 2025 07:34 PM (IST)

    कटिहार के बारसोई में प्रखंड विकास पदाधिकारी हरिओम शरण ने अनुमंडल पदाधिकारी पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए 12 जुलाई को इस्तीफा दे दिया। जिलाधिकारी को भेजे पत्र में उन्होंने निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम में तत्परता से कार्य करने के बावजूद अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा अपमानित करने की बात कही।

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    बारसोई प्रखंड विकास पदाधिकारी हरिओम शरण। (जागरण)

    संवाद सहयोगी, कटिहार/बारसोई। जिले के बारसोई प्रखंड विकास पदाधिकारी हरिओम शरण ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने डीएम को पत्र भेजकर अनुमंडल पदाधिकारी पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है।

    उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा चलाए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम में वे पूरी तत्परता से कार्य कर रहे थे। बावजूद अनुमंडल पदाधिकारी बार-बार उन्हें अपमानित कर रहे हैं।

    हरिओम शरण ने बताया कि डिजिटाइजेशन कार्य के लिए उन्होंने माइक्रो प्लान बनाकर 10 बीएलओ पर 13 कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की थी। इसके अलावा अन्य विभागीय कर्मियों से भी अपलोडिंग का कार्य कराया जा रहा था। आयोग की वीसी में भी उनके कार्य पर कोई नकारात्मक टिप्पणी नहीं की गई थी।

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    बावजूद अनुमंडल पदाधिकारी उन्हें सुस्त, लापरवाह और काम में रुचि नहीं लेने वाला कहकर बार-बार अपमान करते हैं। डीएम और आयोग को कार्रवाई के लिए लिख देने की बात कहते हैं।

    लोअर बैक पेन से हैं पीड़ित

    उन्होंने बताया कि वे लोअर बैक पेन से पीड़ित हैं, फिर भी प्रतिदिन 10 से 12 पंचायतों का भ्रमण कर डिजिटाइजेशन कैंप का निरीक्षण कर रहे थे। ग्रुप में फोटो भी साझा किए थे। बावजूद इसके अनुमंडल पदाधिकारी ने उन्हें घर में सोने वाला और भ्रमण न करने वाला कहकर अपमानित किया।

    अनुमंडल पदाधिकारी ने मौखिक आदेश दिया कि डिजिटाइजेशन में लगे सभी कर्मियों को रात में भी कार्यालय में रोककर कार्य कराया जाए। बीडीओ ने बताया कि दिनभर कार्य करने के बाद कर्मियों से रात में भी काम लेना उचित नहीं होगा, फिर भी उन्होंने 65 कर्मियों को रात में कार्य पर लगाया। भोजन की व्यवस्था भी की गई। इस दौरान एक स्वच्छता पर्यवेक्षक दिलकश गनी मूर्छित होकर गिर पड़े और उन्हें मिर्गी जैसा दौरा पड़ा।

    इसके बाद कर्मियों ने घर से ही फॉर्म अपलोड करने की अनुमति मांगी। 9 जुलाई को अनुमंडल पदाधिकारी ने बीडीओ को फोन कर पूछा कि वे कहां हैं। बीडीओ ने बताया कि वे अभी आवास पर पहुंचे हैं और थोड़ी देर में स्ट्रांग रूम जाएंगे। इस पर अनुमंडल पदाधिकारी ने उन्हें लापरवाह, बीमारी का बहाना बनाने वाला और नौकरी से निकालने की धमकी दी।

    रुकवा देंगे वेतन

    11 जुलाई को गहन पुनरीक्षण कार्य से संबंधित वीसी में अनुमंडल पदाधिकारी ने बीडीओ को अपमानित करते हुए कहा कि प्रखंड नहीं चल रहा है, सीओ को चार्ज दिलवा देंगे, डीएम को लिखकर वेतन रुकवा देंगे। वीसी में जुड़े 250 से अधिक कर्मियों के सामने उन्होंने कहा कि ब्लॉक का अधिकारी किसी काम का नहीं है।

    बीडीओ ने बताया कि वे वीसी में जुड़े थे, फिर भी उनसे कुछ नहीं पूछा गया। बीते दिनों एक रिपोर्ट में बारसोई प्रखंड का प्रदर्शन सबसे बेहतर था, फिर भी अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि यह बलरामपुर का कार्य है। बाद में जब जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी ने रिपोर्ट साझा की तो पता चला कि 30 हजार में से 21 हजार डिजिटाइजेशन बारसोई प्रखंड का था।

    बीडीओ ने कहा कि आयोग और अनुमंडल पदाधिकारी दोनों को पता है कि साइट स्लो है और इंटरनेट सेवा बाधित रही, फिर भी सारा दोष उन पर मढ़ा गया। उन्होंने बताया कि कहा जाता है कि मैं निर्वाचन के कार्य में रूची नहीं लेता हूं जबकि इसी साल निर्वाचन आयोग द्वारा ही मतदाता दिवस पर मुझे एईआरओ (सहायक चुनाव पंजीकरण अधिकारी) के रूप में बेस्ट ईआरओ (चुनाव पंजीकरण अधिकारी) का राज्य स्तरीय अवार्ड प्रदान किया गया है।

    बेस्ट ईआरओ का मिला है अवार्ड

    बारसोई प्रखंड के बेहतर प्रदर्शन के आधार अनुमंडल पदाधिकारी को भी बेस्ट ईआरओ को अवार्ड प्राप्त हुआ। बावजूद मुझे बार-बार अपमानित किया जाता है। बीडीओ ने अपने पांच पेज के आरोप पत्र में अपनी पीड़ा व्यक्त की है। कहा है कि विगत तीन दिनों से मेरे द्वारा भेजे गए वॉट्सएप मैसेज को भी उन्होंने नहीं देखा है।

    पुनरीक्षण समेत अन्य कार्य के लिए ही उनका कोई फोन या दिशा नहीं प्राप्त हुआ। बस एक रात्रि शिविर की बात को अपनी प्रतिष्ठा का विषय बनाकर मुझे टारगेट किया जा रहा है। बीडीओ ने आवेदन की प्रतिलिपि उपविकास आयुक्त, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव समेत मुख्य चुनाव आयुक्त को भेजा है।

    बारसोई बीडीओ द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद है। कई कर्मी कार्य बेहतर ढंग से कर रहे है। - दीक्षित श्वेतम अनुमंडल पदाधिकारी, बारसोई कटिहार।

    बीडीओ से बात करने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद ही कुछ स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है। - अमित कुमार डीडीसी, कटिहार।

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