Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar News: करोड़ों की लागत से बना रेलवे अंडर पास बना तालाब, घुटने तक कपड़ा उठाकर जाते हैं यात्री

    कैमूर के भभुआ रोड स्टेशन पर यात्रियों को जलभराव से परेशानी हो रही है। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के नीचे बने पुल में पानी भरा रहता है जिससे लोगों को आने-जाने में दिक्कत होती है। खासकर पैदल यात्रियों और छोटे वाहनों को ज्यादा परेशानी होती है। स्थानीय लोगों ने रेल प्रशासन से ।

    By Ajit Pandey (Mohania) Edited By: Nishant Bharti Updated: Sun, 24 Aug 2025 02:18 PM (IST)
    Hero Image
    यात्रियों के लिए आसान नहीं है भभुआ रोड स्टेशन की डगर

    संवाद सहयोगी, मोहनियां। यात्रियों के लिए भभुआ रोड स्टेशन पहुंचने की राह आसान नहीं है। यात्रियों की सुविधा के लिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर रेल लाइन के नीचे करोड़ों रुपये की लागत से बने पुल में जलजमाव से लोगों को आवागमन में परेशानी होती है। लंबे समय से यह समस्या कायम है। इस पर न तो रेल प्रशासन का ध्यान है न किसी जनप्रतिनिधि का।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यात्रियों की सुविधा के लिए रेल अंडर पुल निर्माण का ताना बाना बुना गया था। तब लोगों को लगा की इसके बन जाने से रेल लाइन पार करने का जोखिम नहीं रहेगा। पंडित दीनदयाल उपाध्याय-गया रेलखंड पर अवस्थित भभुआ रोड स्टेशन का सफर आसान हो जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

    सात माह तक इस पुल में जलजमाव रहता है। दिन में तो घुटने तक कपड़ा उठाकर हाथ में जूता चप्पल लेकर यात्री निकल जाते हैं। लेकिन रात के अंधेरे में फजीहत होती है। स्टेशन पर जाने के लिए यात्रियों को मशक्कत करनी पड़ती हैं।

    मोहनियां-रामगढ़ पथ से स्टेशन पर जाने के लिए डीएफसीसी रेल लाइन के नीचे करोड़ों की लागत से अंडर पुल बना है। जिसमें झील का नजारा है। सबसे अधिक परेशानी पैदल यात्रियों को होती है।

    ज्ञात हो कि छह वर्ष पूर्व भभुआ रोड स्टेशन पर यात्रियों व वाहनों के आवागमन के लिए पूरब दिशा में डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर रेललाइन के नीचे करीब नौ करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कराया गया। जिसमें घुटने भर पानी लगा है। वाहन चालकों व राहगीरों को आवागमन में परेशानी हो रही है।

    करीब तीन से चार फीट गहरे पानी में दोपहिया व छोटे चार पहिया वाहनों का निकलना मुश्किल होता है। सिर्फ भारी वाहन ही निकल पाते है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय -गया रेलखंड पर चार रेल लाइन है। जिसमें अप, डाउन, रिवर्सिबल व डेडिकेटेड फ्रेट कारीडोर लाइन शामिल है।

    डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर नाम से चौथी रेल लाइन बिछाई गई है। डीएफसीसी रेल लाइन पर लंबी दूरी की मालगाड़ियों का परिचालन होता है। जिसे देखते हुए भभुआ रोड स्टेशन तक यात्रियों को सुरक्षित पहुंचने के लिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के नीचे अंडर पुल की परिकल्पना की गई थी।

    डीएफसीसीआइएल द्वारा करोड़ों की लागत से पुल बनाया गया। लेकिन इसकी सार्थकता सिद्ध नहीं होती। पुल में जल जमाव से छोटे वाहनों का निकलना मुश्किल होता है। बाइक व चार पहिया वाहनों के टायर पानी में डूब जाते हैं। यात्रियों को स्टेशन तक पहुंचने में काफी कठिनाई हो रही है।इसके साथ रेल लाइन पार करने में खतरे की आशंका भी है। पुल में पानी भर जाने से इसके निर्माण की गुणवत्ता पर लंबे समय से सवाल उठ रहा है।

    पुल की दीवार में पड़ी दरार से इसमें बाहर से पानी गिरता है। यहां सवाल यह उठता है कि जब पुल में पानी ही भरा रहेगा तो यात्रियों का स्टेशन तक कैसे आवागमन होगा। ऐसे में इस अंडर पुल के निर्माण की परिकल्पना साकार नहीं हो रही है। बताया जा रहा है कि पुल में जमा पानी को निकालने की जिम्मेवारी डीएफसीसी आइएल कंपनी की है। पंपिंग सेट से पानी को निकालना है। लेकिन कंपनी इसके प्रति उदासीन है।

    क्या कहते हैं लोग

    भभुआ रोड स्टेशन को जाने वाले पथ में करोड़ों की लागत डीएफसीसी रेल लाइन के नीचे पानी जमा है। जिससे आवागमन में परेशानी होती है। लंबे समय से यह समस्या कायम है। शाम ढलते ही यह पथ अंधेरे में डूब जाता है। जिससे यात्रियों में भय का माहौल रहता है। इस पर किसी का ध्यान नहीं है।

    यात्रियों से हर माह भभुआ रोड स्टेशन को लाखों रुपये की कमाई होती है। लेकिन यात्रियों की सुविधा पर रेल प्रशासन का ध्यान नहीं है। छह वर्षों से रेल अंडर पुल में जलजमाव की समस्या है। जिसका निदान नहीं होना व्यवस्था पर सवाल है।

    मोहनियां-रामगढ़ से भभुआ रोड स्टेशन पर आवागमन दुश्वार है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए यह सुगम मार्ग है। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर डीएफसीसी रेल लाइन के नीचे अंडर पास बनाया गया। जिसमें बरसात भर पानी भरा रहता है।

    भभुआ रोड स्टेशन पर जाने वाले पथ में बना बने रेल अंडर पुल में पानी भरे होने से इसकी सार्थकता सिद्ध नहीं होती है। लंबे समय से यह समस्या कायम है। यह पुल अनियमितता की भेंट चढ़ गया है। पुल का पहुंच पथ बदहाल है। डड़वां से स्टेशन वाले पथ से आवागमन में यात्रियों को बहुत परेशानी होती है।

    डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर रेल लाइन में बने अंडर पुल में जलजमाव से यात्रियों को परेशानी होती है। यह गंभीर समस्या है। वे डीडीयू मंडल के अधिकारियों से बात कर समस्या का समाधान कराएंगे। रेलवे बोर्ड के अधिकारियों को भी इस समस्या से अवगत कराया जाएगा।- संतोष कुमार सिंह, श्रम संसाधन मंत्री