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    कैमूर के सीएचसी भगवानपुर में शिशु रोग विशेषज्ञ नहीं

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 14 Sep 2021 11:31 PM (IST)

    भगवानपुर प्रखंड में स्थित बाबू शिव गोविद प्रसाद मेमोरियल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वैसे तो उपलब्ध संसाधन व सुविधा में लोगों का इलाज किया जा रहा ह ...और पढ़ें

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    कैमूर के सीएचसी भगवानपुर में शिशु रोग विशेषज्ञ नहीं

    कैमूर। भगवानपुर प्रखंड में स्थित बाबू शिव गोविद प्रसाद मेमोरियल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वैसे तो उपलब्ध संसाधन व सुविधा में लोगों का इलाज किया जा रहा है। लेकिन यहां बच्चों व महिलाओं के इलाज की व्यवस्था का अभाव है। सबसे बड़ी समस्या तो यहां चिकित्सक की हैं। यहां कोई शिशु रोग विशेषज्ञ व महिला चिकित्सक नहीं है। यहां कुल दस चिकित्सक पदस्थापित हैं। जिसमें तीन एमबीबीएस व सात आयुष चिकित्सक हैं। सभी पदस्थापित चिकित्सकों में कोई भी शिशु रोग विशेषज्ञ नहीं है।

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    जिसके चलते कोरोना की संभावित तीसरी लहर में बच्चों के इलाज में समस्या हो सकती है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना व्यक्त की जा रही है। इस समय वायरल बुखार की चपेट में कई बच्चे आ रहे हैं।

    जिसको लेकर बिहार सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने का निर्देश भी दिया है। सरकार के निर्देश के बाद भी भगवानपुर स्वास्थ्य केंद्र में कुछ परिवर्तन नहीं दिख रहा है। बता दें कि सीएचसी में तीन एमबीबीएस चिकित्सक हैं। जिसमें एक प्रभारी शामिल हैं। यहां महिला एमबीबीएस चिकित्सक की भी कमी है। महिला चिकित्सक नहीं होने के चलते प्रसव कराने आई महिलाओं को एनएम के सहारे प्रसव कराना पड़ता है। जैसे ही बच्चा पैदा होता है और किसी तरह की परेशानी होती है तो उसे भभुआ रेफर कर दिया जाता है।

    बीते तीन माह पहले पंचायत समिति से कोविड-19 से बचाव के लिए आवश्यक संसाधन खरीदने का निर्णय लिया गया। लेकिन वह अब तक सीएचसी को नहीं मिला। वर्जन

    कोविड-19 की तीसरी लहर और सरकार से मिले निर्देश के अनुसार सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई है। आक्सीजन सिलेंडर से लेकर आक्सीमीटर आदि संसाधन उपलब्ध है। शिशु रोग विशेषज्ञ व महिला एमबीबीएस चिकित्सक की कमी है। इसकी जानकारी जिला स्तर के पदाधिकारी को भी है।

    - विशाल कुमार, अस्पताल प्रबंधक