भभुआ में एक-एक सीट पर दावदारों की लाइन लंबी, सभी कर रहे प्रचार, दिव्यांगों के लिए बनेगा मतदान केंद्र
कैमूर जिले में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है। चारों विधानसभा क्षेत्रों में टिकट के दावेदारों की लंबी कतार है जो जनता के बीच अपना समर्थन जुटाने में लगे हैं। एनडीए और महागठबंधन दोनों में ही दावेदार सक्रिय हैं। पुराने विधायकों के लिए जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना एक चुनौती होगी।

जागरण संवाददाता, भभुआ। कैमूर जिले में चार विधानसभा क्षेत्रों में इन दिनों सभी सीट पर दावेदारों की लंबी लाइन है।खास बात यह है कि जनता के बीच सभी प्रचार करने पहुंच रहे हैं। ऐसा नहीं कि किसी एक पार्टी से टिकट लेने के लिए ही दावेदारों की लंबी लाइन है, यह स्थिति लगभग सभी पार्टियों से टिकट लेने में दिख रही है।
जिले में दावेदार ही नहीं बल्कि पार्टी के कई प्रमुख लोग भी जिले का दौरा करने लगे हैं। जिसमें दावेदार अपना जनसमर्थन दिखाने के लिए काफी मेहनत कर रहे हैं। अभी बीते दिनों जिले में बसपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में कुछ ऐसा ही देखने को मिला। तब जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों में हुए कार्यक्रम में अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाने के लिए दावेदारों ने पानी की तरह पैसा बहाया। हर सड़क व गली में सिर्फ बैनर पोस्टर ही नजर आ रहा था।
यही हाल एनडीए हो या महागठबंधन, टिकट लेने के लिए दावेदार राजधानी तक आए दिन दौड़ लगाने लगे हैं। इसी बीच अब चौक-चौराहे व गांवों में भी टिकट को लेकर लोगों के बीच खुब चर्चा हो रही है। यही नहीं अब लोग टिकट मिलने पर किस दावेदार की क्या स्थिति रहेगी इसका भी समीकरण तय करने लगे हैं। बता दें कि कैमूर जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र में फिलहाल एनडीए के ही विधायक हैं। हालांकि इसमें तीन विधायक दूसरे दल से एनडीए में आए हैं, जिसमें बसपा से चुनाव जीत कर विधानसभा में पहुंचे चैनपुर के विधायक मो. जमा खां बाद में जदयू में चले गए। जो वर्तमान में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हैं।
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए बनेगा मतदान केंद्र
बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के तहत जिले के चारों विधानसभा में चुनाव संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा सभी तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने भारत निर्वाचन आयोग के दिशा- निर्देश के अंतर्गत विभिन्न कोषांगों का गठन किया है। मिली जानकारी के अनुसार चारों विधानसभा क्षेत्र में मतदान कराने के लिए 1484 मतदान केंद्रों का बनाया जाएगा। इसमें 203 रामगढ़ विधान सभा में 346, 204 मोहनियां विधानसभा में 354, 205 भभुआ विधानसभा में 354, 206 चैनपुर विधानसभा में 430 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। इसके अलावा चारों विधानसभा के मुख्यालय पर दिव्यांग मतदाताओं के दिव्यांग मतदान केंद्र बनाया जाएगा। युवा व पंकी मतदान केंद्र भी बनाएं जाएंगे। भारत निर्वाचन आयोग के आदेश का पालन करते हुए इन केंद्रों पर सुविधाओं को मुहिया कराया जाएगा।
भभुआ के विधायक भरत बिंद व मोहनियां की विधायक संगीता कुमारी राजद से चुनाव जीती, लेकिन लगभग दो वर्ष पूर्व भाजपा में चले गए। इसके अलावे रामगढ़ विधानसभा से विजयी हुए राजद के सुधाकर सिंह जब लोकसभा चुनाव में बक्सर से सांसद निर्वाचित हुए तो उपचुनाव में भाजपा से अशोक कुमार सिंह विधायक निर्वाचित हुए।
हालांकि 2015 से लेकर 2020 तक भाजपा के अशोक कुमार सिंह ही रामगढ़ के विधायक थे। बहरहाल इस बार चुनावी मैदान में यदि पुराने चेहरे आते हैं तो उन्हें जनता को अपने पक्ष में करना बड़ी मुश्किल होगा, क्योंकि जनता भी पुराने नेताओं के सामने समस्याओं के मुद्दे को लेकर सवाल पूछने को बेताब है।
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