कैमूर में अब भूमिहीन महिला किसान आर्थिक रूप से हो रही स्वावलंबी
जिले में आधी आबादी को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए पहल शुरू कर दी गई है।

कैमूर। जिले में आधी आबादी को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए पहल शुरू कर दी गई है। भूमिहीन महिला किसानों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य भूमि संरक्षण विभाग कर रहा है। विभाग के अंतर्गत संचालित प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना के तहत जल छाजन घटक के अंतर्गत महिलाओं को 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। ताकि वह आर्थिक रूप से स्वावलंबी बन सके। यह राशि उन्हें बिना किसी ब्याज के 18 माह बाद वापस करने की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। कैमूर जिले में भगवानपुर रामपुर अधौरा प्रखंड के अंतर्गत 161 सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को राशि उपलब्ध कराकर स्वावलंबी बनाने का काम किया जा रहा है।
इस योजना के संबंध में भूमि संरक्षण विभाग के परियोजना पदाधिकारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि भूमि संरक्षण विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न घटकों के अंतर्गत विभिन्न कार्यों को किया जा रहा है। प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना के घटक जल छाजन के अंतर्गत जिले की वहीं महिलाएं जो भूमिहीन हैं उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाकर रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। कैमूर जिले के रामपुर भगवानपुर अधौरा प्रखंड में सहायता समूह से जुड़ी भूमिहीन महिला किसानों को मुर्गी पालन बकरी पालन सब्जी की खेती मछली पालन सहित अन्य कार्यों को करने के लिए 25 हजार की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई है। समूह को उपलब्ध कराई गई राशि को बिना किसी ब्याज की राशि की अदायगी किए बिना 18 माह में वापस करना है। इस योजना के उद्देश्य के संबंध में उन्होंने कहा की भूमिहीन महिलाओं को आर्थिक रुप से सहायता प्रदान कर उन्हें स्वावलंबी बनाने तथा समाज की मुख्यधारा से जुड़ने को प्रोत्साहित करना है। रामपुर प्रखंड क्षेत्र में 52, भगवानपुर में 49, अधौरा में 60 ऐसे समूह है जो परियोजना के अंतर्गत संचालित हैं। इन सभी संचालित सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई है।

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