Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bhabhua News: कैमूर जिले में 2 टीचरों की गई नौकरी, शिक्षा विभाग के साथ कर रहे थे चालाकी!

    बिहार के कैमूर जिले के चैनपुर में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने दो शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए। जिसके बाद डीपीओ के आदेश पर प्रखंड शिक्षा समिति ने कार्रवाई करते हुए दोनों शिक्षकों नागेंद्र कुमार और अभय कुमार मिश्रा को तत्काल बर्खास्त कर दिया। यह निर्णय शिक्षकों द्वारा संतोषजनक स्पष्टीकरण न देने के बाद लिया गया।

    By Rakesh Kumar Sinha (Chainpur) Edited By: Mukul Kumar Updated: Sat, 31 May 2025 12:17 PM (IST)
    Hero Image
    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    संवाद सूत्र, चैनपुर। बिहार के कैमूर जिले में चैनपुर प्रखंड कार्यालय के सभागार में दो शिक्षकों की निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा जांच के दौरान फर्जी सर्टिफिकेट पाए जाने के बाद दर्ज प्राथमिकी एवं डीपीओ के शिक्षकों को बर्खास्त करने के आदेश आदि को आधार बनाकर प्रखंड शिक्षा समिति ने कार्रवाई की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दोनों शिक्षकों को तत्काल बर्खास्त कर दिया गया है। उन शिक्षकों में उत्क्रमित मध्य विद्यालय मसोई खुर्द चैनपुर के नागेंद्र कुमार एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय बौरई के अभय कुमार मिश्रा का नाम शामिल है।

    चैनपुर बीडीओ सह प्रखंड शिक्षा समिति के सचिव शुभम प्रकाश ने बताया कि निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के द्वारा जांच के दौरान दो शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए थे। मामले को लेकर प्राथमिकी हुई थी।

    इसके उपरांत जिला से डीपीओ से प्राप्त पत्र सीडब्ल्यूजेसी एवं निगरानी विभाग की जांच को आधार बनाते हुए प्रखंड शिक्षा समिति के द्वारा बैठक कर उत्क्रमित मध्य विद्यालय मसोई खुर्द के प्रखंड शिक्षक नागेंद्र कुमार एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय बौरई के प्रखंड शिक्षक अभय कुमार मिश्रा को बर्खास्त कर दिया गया है।

    शिक्षकों से मांगा गया था जवाब

    दरअसल, इस बैठक के पूर्व दोनों शिक्षकों से शोकॉज करते हुए जवाब मांगा गया था। लेकिन उनके द्वारा फर्जी दस्तावेज से संबंधित कोई जानकारी न देते हुए इधर-उधर की बातें की गई। जो संतोषजनक नहीं था। इसके बाद चैनपुर प्रखंड प्रमुख रिंकू देवी की अध्यक्षता में प्रखंड शिक्षा समिति की बैठक हुई।

    जिसमें चैनपुर बीइओ शशिकांत पाल एवं सचिव के पद पर यह खुद मौजूद थे। सर्व सहमति से निर्णय लेते हुए दोनों शिक्षकों को तत्काल बर्खास्त कर दिया गया है। जिसकी सूचना पत्र के माध्यम से जिला में भेज दी गई है।