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    डिजिटल क्रॉप सर्वे में शिथिलता बरतने वाले 154 सर्वेयर के वेतन पर रोक, कृषि विभाग का एक्शन

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 02:49 PM (IST)

    कैमूर जिले में कृषि विभाग द्वारा कराए जा रहे प्लॉटों के सर्वे में धीमी प्रगति देखने को मिली है। 676637 प्लॉटों के लक्ष्य में से अभी तक केवल 200440 प्लॉटों का ही सर्वे पूरा हो पाया है। सर्वे में लापरवाही बरतने वाले 154 सर्वेक्षकों के वेतन पर रोक लगा दी गई है। यह डिजिटल सर्वे किसानों की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर कृषि योजनाएं बनाने में मददगार होगा।

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    डिजिटल क्रॉप सर्वे में शिथिलता बरतने वाले 154 सर्वेयर के वेतन पर रोक

    जागरण संंवाददाता, भभुआ। जिले में कृषि विभाग की देखरेख में 6,76,637 लाख प्लॉट का सर्वे करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। सर्वे कार्य करने के लिए 184 सर्वेयर को प्रतिनियुक्त किया गया है। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, अब तक 2,00,440 प्लॉटों का ही सर्वे का कार्य पूरा हो पाया है।

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    सर्वे कार्य में शिथिलता बरतने वाले 154 सर्वेयर पर जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार ने कार्रवाई करते हुए अगले आदेश तक वेतन भुगतान पर रोक लगा दी है। जिले में धान कटनी से पहले सर्वे के लिए सर्वेयर चयनित राजस्व गांवों के हर खेत तक पहुंच कर उसका डिजिटल क्रॉप सर्वे करेंगे।

    सर्वे में फसल के साथ ही उपलब्ध संसाधनों की पूरी रिपोर्ट एप पर अपलोड करेंगे। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि डिजिटल सर्वे कार्य के लिए किसान सलाहकार, किसान समन्वयक सहित अन्य को सर्वेयर के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है।

    उन्होंने कहा कि डिजिटल सर्वे के कार्य के लिए 184 सर्वेयर है। समीक्षा के क्रम में पाया कि प्रतिनियुक्त सर्वेयर के द्वारा अब तक 29.73 प्रतिशत ही सर्वे को पूर्ण किया गया है। लक्ष्य का 25 प्रतिशत से कम उपलब्धि वाले सर्वेयर का वेतन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है। जिनकी संख्या 154 है।

    जिले में खरीफ फसलों का डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य शुरू कर दिया गया है। डिजिटल क्रॉप सर्वे के तहत हर मौसम में उगाई जाने वाली फसलों एवं सिंचाई के बारे में धरातल पर जाकर जानकारी जुटाई जा रही है।

    इससे एक क्लिक पर यह पता लगाना आसान हो जाएगा कि किस गांव व इलाके में किसान किन-किन फसलों की खेती कर रहे हैं। इससे किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखकर सरकार को कृषि से जुड़ी योजनाएं बनाने में सहूलियत मिलेगी।