कोरोना की संभावित चौथी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
भभुआ जिले में कोरोना की संभावित लहर को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट नजर आ रहा है।
भभुआ: जिले में कोरोना की संभावित लहर को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट नजर आ रहा है। पूर्व की पहली व दूसरी लहर के दौरान होने वाली परेशानी से सबक लेकर विभाग कोरोना के संक्रामित रोगियों के इलाज के लगभग सभी इंतजाम कर चुका है।
संक्रमितों के इलाज को उपलब्ध सेवांए- कोरोना संक्रमित रोगियों को भर्ती कर उनका समुचित इलाज करने के लिए सदर अस्पताल के द्वितीय तल पर 25 बेड का नोबल कोरोना वार्ड बनाया जा चुका है। उक्त वार्ड इलाज के लिए आवश्यक सभी सुविधाओं से लैस है। रोगी के बेड तक आक्सीजन आपूर्ति पाइप भी बिछा दी गई है। रोग होने की पुष्टि करने में सहायक सीटी स्कैन सेवा भी पीपीपी मोड में उपलब्ध करा दी गई। इससें मारपीट व दुर्घटनाओं में घायल लोगों की बाहर की जगह सदर अस्पताल में ही जांच के बाद इलाज कर दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री केयर फंड से सदर अस्पताल में पांच सौ लीटर आक्सीजन प्रति मिनट उपलब्ध कराने का प्लांट लग चुका है। इसका ट्रायल भी कर लिया गया है। इसका अवाध गति से चलाने के लिए जेनरेटर क्रय करने की कागजी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। जेनरेटर लगाने के स्थल का निर्माण हो चुका है। दो से तीन दिन में जेनरेटर के सदर अस्पताल पहुंचने की उम्मीद विभाग ने जाहिर की है। वैसे एहतियाती तौर पर 50 से अधिक बड़े व 100 से अधिक छोटे आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध व आपूर्ति की स्थिति में है। सदर अस्पताल के एंबलेंसो की जांच करा कर उनको अलर्ट रहने को कहा गया है। इतनी ही नहीं परिवहन विभाग द्वारा आमजन को अनुदान के आधार पर मुहैया कराए गए एंबुलेंसो के संचालकों से संपर्क किया जा चुका है। इसके माध्यम से मरीजों को तत्काल हायर सेंटर भेजने में परिजनों कोई परेशानी नहीं हो इसकी व्यवस्था की जा चुकी है। सेनेटाइजर, मास्क चिकित्सकों के लिए पहनने वाले किट की भी व्यवस्था कर ली गई। रोगियों के इलाज में काम आने वाली दवाओं की प्रचुर मात्रा में स्टाक उपलब्ध है। सदर अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के इलाज के लिए कार्य करने वाली मेडिकल टीम व पारामेडिकल कर्मियों की सूची बनाकर उन्हें सूचना दे दी गई। फिलवक्त सदर अस्पताल में लगे आरटीपीसीआर से लगभग 12 सौ लोगो की जांच व एंटीजन से के माध्यम से औसतन प्रति दिन लगभग 22 सौ लोगों की जांच करने का निर्देश दिया गया है। इस समय एंटीजन से 1350 व आरटीपीसीआर से 700 लोगों की जांच की जा रही है। वहीं औसतन प्रतिदिन 1800 लोगों को टीका लगाए जा रहे है। सभी पीएचसी प्रभारियों को पांच-पांच बेड तैयार रखने का निर्देश दिया गया है।
क्या कहते हैं अधिकारी- जांच व टीकाकरण की गति बढाने का सभी पीएचसी प्रभारियों को निर्देश दिए जा चुके है। स्थिति में क्रमश: सुधार हो रहा है।
डा. मीना कुमारी, सीएस
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