विधानसभा चुनाव से पहले दुर्गावती नदी पर पुल की मांग तेज, आधा दर्जन गांवों का रुका हुआ है विकास
आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र सोनहन थाना क्षेत्र के दुघरा गांव के पास दुर्गावती नदी पर पुल बनाने की मांग फिर से उठने लगी है। पुल न होने से आधा दर्जन गांवों का विकास रुका हुआ है और लोगों को बरसात में नाव से यात्रा करने को मजबूर होना पड़ता है।
जागरण संवाददाता, भभुआ। आगामी कुछ माह मेें ही विधानसभा चुनाव होना है। चुनाव को लेकर जनता भी अपनी समस्याओं को लेकर आवाज उठाने लगी है। इसमें कुछ छोटी समस्याएं हैं तो कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जो हर चुनाव में मुद्दा बनती है, लेकिन उसका समाधान अब तक नहीं हो सका और पुन: इस चुनाव में उस मुद्दा को लेकर जनता आवाज उठाने लगी है।
कुछ ऐसा ही मुद्दा सोनहन थाना क्षेत्र के दुघरा गांव के पास दुर्गावती नदी पर पुल का है। यहां नदी में पुल बनाने का मुद्दा कई वर्षों का है। इस बीच कई बार चुनाव हुआ, जनप्रतिनिधि जीते तो आश्वासन भी दिए, लेकिन अब तक किसी ने कोई ठोस पहल नहीं की।
इसका नतीजा है कि दुर्गावती नदी पर पुल नहीं होने से लगभग आधा दर्जन गांवों का विकास अवरूद्ध है। साथ ही इन गांवों के लोगों का मोहनियां प्रखंड अंतर्गत जीटी रोड पर पहुंचना मुश्किल है। इसके लिए उन्हें बरसात के चार माह नाव का सहारा लेना पड़ता है, जो खतरे से खाली नहीं।
ग्रामीणों ने बताया कि दुर्गावती नदी पर पुल नहीं होने से दुघरा, खनेठी, हथियाबांध, परमालपुर, होरिलापुर, बहेरा, नाटी, बगीचा आदि गांवों के लोगों को दिक्कत होती है। बरसात को छोड़ अन्य मौसम में तो काम किसी तरह चल जाता है, लेकिन बरसात के मौसम में चार महीना नाव का सहारा लेना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बताया कि दुर्गावती नदी के एक तरफ ये गांव आसपास हैं, जबकि दुर्गावती नदी के उस पार मात्र पांच सौ मीटर की दूरी पर जीटी रोड है। जिला मुख्यालय या जीटी रोड पर जाने के लिए लगभग 15 किमी की दूरी तय करनी पड़ेगी, जबकि यदि दुर्गावती नदी पर पुल बन जाए तो जीटी रोड पर बहुत कम समय में पहुंच कर सीधे मोहनियां 15 मिनट में कोई पहुंच सकता है।
पुल निर्माण के लिए कई बार चुनाव के दौरान भी मुद्दा उठाया गया। चुनाव के अलावे क्षेत्र में आने पर जनप्रतिनिधियों के समक्ष समस्या बताई गई। लेकिन किसी के द्वारा कुछ नहीं किया गया।
कहते हैं लोग?
जनहित के लिए दुघरा गांव के पास दुर्गावती नदी पर पुल बनाना आवश्यक है। इससे आधा दर्जन गांव के लोगों को लाभ होगा। बरसात के चार माह इन गांवों के लोगों का जीवन काफी संकट में रहता है। लेकिन कोई इस पर ध्यान नहीं दे रहा। -भरत तिवारी
बरसात के मौसम में दुर्गावती नदी में नाव चलती है। यदि किसी कारणवश नाव एक दो दिन न चले तो आधा दर्जन गांवों के लोगों को जीटी रोड पर जाने के लिए 15 किमी की दूरी तय करनी पड़ेगी। बरसात में काफी अधिक दिक्कत होती है। कोई बीमार हो जाता है तो उसे मोहनियां या भभुआ ले जाने में दिक्कत होती है। यदि पुल बन जाए तो बहुत कम समय में जीटी रोड पर लोग पहुंच जाएंगे। -कन्हैया तिवारी
ग्रामीणों ने मुझे समस्या बताई तो मैं देखने के लिए दुघरा गांव गया। वहां जो स्थिति दिखी वह बहुत चिंता का विषय है। बरसात का मौसम है, वर्षा भी हो रही है। नदी पूरी तरह भरी है और नाव से लोग पार कर रहे हैं। नाव पर ही सामान भी रख रहे हैं। इसमें महिलाएं बच्चे, बुजुर्ग सभी नाव से ही आते-जाते हैं। इस समस्या का समाधान होना जरूरी है। मैं इसके लिए प्रशासनिक पदाधिकारियों के अलावे जनप्रतिनिधियों से भी बात करूंगा। -विकास सिंह, उर्फ लल्लू पटेल, जिला परिषद सदस्य
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