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    cyber crime : भभुआ में टेलीग्राम एप से 31.70 लाख की ठगी, करने वाला लखनऊ से गिरफ्तार

    By Jagran NewsEdited By: Radha Krishna
    Updated: Sat, 12 Jul 2025 03:25 PM (IST)

    रंजीत कुमार एक सीएसपी (ग्राहक सेवा केंद्र) संचालक है। जिसने अपने बैंक खाते में ठगी की राशि मंगवाई। पूछताछ में उसने टेलीग्राम पर टास्क कंप्लीशन के नाम पर लोगों को झांसे में लेकर रकम ऐंठने की बात स्वीकारी है।साइबर पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे टेलीग्राम व्हाट्सएप या अन्य इंटरनेट मीडिया पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा दिए गए लालच से सावधान रहें

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    टेलीग्राम एप से 31.70 लाख की ठगी करने वाला लखनऊ से गिरफ्तार

    संवाद सहयोगी, भभुआ। जिले में साइबर ठगी की घटनाएं तेजी से बढ़ती जा रही हैं। लेकिन साइबर थाना के प्रयास से साइबर ठगी करने वालों को पकड़ा जा रहा है। इससे साइबर ठगी के शिकार लाेगों की राशि लौटया जा रही है।

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    इसी क्रम में साइबर थाना की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए टेलीग्राम के जरिए 31 लाख 70 हजार रुपये की ठगी करने वाले आरोपित को उत्तर प्रदेश के लखनऊ से गिरफ्तार किया है। इस संबंध में साइबर थाना के इंस्पेक्टर संजय कुमार रजक ने बताया कि कुदरा थाना क्षेत्र के लालापुर गांव निवासी नरेंद्र कुमार साह के पुत्र अभिषेक कुमार ने एक जुलाई 2025 को भभुआ साइबर थाना में आवेदन दिया था कि उसके बैंक खाते से टेलीग्राम एप के माध्यम से 31.70 लाख रुपये की ठगी की गई है।

    आवेदन के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए साइबर थाना की टीम ने तकनीकी अनुसंधान शुरू किया। जांच के दौरान यह पता चला कि उक्त राशि उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित राजपुर इंदौराबाद, बक्शी का तालाब निवासी कृष्ण कुमार के पुत्र रंजीत कुमार रावत के खाते में गई है।

    गहन जांच और ट्रेसिंग के बाद साइबर थाना के इंस्पेक्टर संजय कुमार रजक, सिपाही प्रदीप कुमार और हवलदार गुरखोली महतो की टीम लखनऊ पहुंची। स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर आरोपित रंजीत कुमार रावत को गिरफ्तार किया गया।

    पुलिस के अनुसार रंजीत कुमार एक सीएसपी (ग्राहक सेवा केंद्र) संचालक है। जिसने अपने बैंक खाते में ठगी की राशि मंगवाई। पूछताछ में उसने टेलीग्राम पर टास्क कंप्लीशन के नाम पर लोगों को झांसे में लेकर रकम ऐंठने की बात स्वीकारी है। साइबर डीएसपी अनिकेत कुमार अमर ने बताया कि आवेदन के आधार पर प्राथमिकी कर अनुसंधान शुरू किया गया था।

    गिरफ्तारी के बाद आरोपित को शुक्रवार को भभुआ लाया गया और शनिवार को उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में अन्य संलिप्त व्यक्तियों की भी पहचान की जा रही है। तकनीकी अनुसंधान जारी है और जल्द ही बाकी आरोपितों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।

    साइबर पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे टेलीग्राम, व्हाट्सएप या अन्य इंटरनेट मीडिया पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा दिए गए लालच से सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध लिंक या एप के माध्यम से अपने बैंकिंग डिटेल साझा न करें। यह घटना एक बार फिर से लोगों को सतर्क रहने का संदेश देती है कि डिजिटल युग में थोड़ी सी असावधानी भारी नुकसान का कारण बन सकती है।