चालू चापाकल उखाड़ कर ले जाने का मामला हुआ उजागर
प्रखंड के भेरी गांव में चालू चापाकल पीएचईडी विभाग के द्वारा उखाड़ कर ले जाने का गंभीर मामला उजागर हुआ है। नाराज ग्रामीणों ने बीडीओ को आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की है।
प्रखंड के भेरी गांव में चालू चापाकल पीएचईडी विभाग के द्वारा उखाड़ कर ले जाने का गंभीर मामला उजागर हुआ है। नाराज ग्रामीणों ने बीडीओ को आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की है। पीएचईडी के द्वारा बंद चापाकल को उखाड़ कर ले जाने का कार्य किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार वैसे चापाकल उखाड़ने हैं जो भंस गया हो। जो चापाकल रिपेयरिग होने के बाद भी ठीक नहीं हो सके। लेकिन हालत यह है कि ठीक से चलने वाले चापाकल को पीएचईडी के कर्मी उखाड़ कर ले जा रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला भेरी गांव में सत्यनारायण प्रसाद के घर के सामने लगाए गए चापाकल का है। जहां पीएचईडी के इस कार्य से ग्रामीणों में आक्रोश है।
दर्जनों ग्रामीणों ने हस्ताक्षर कर बीडीओ को आवेदन देकर विभाग पर गंभीर आरोप लगाए है। ग्रामीणों ने लिखा है कि कई जगहों से चालू चापाकल उखाड़ लिए गए हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पीएचईडी विभाग के कर्मचारी उखाड़े गए चापाकल की सामग्री बेच दे रहे हैं। पैसा कमाने के लिए ठीक एवं चल रहे चापाकल को उखाड़ कर ले जा रहे हैं।
आवेदन मिलने के बाद बीडीओ रवि रंजन ने कहा कि गंभीर आरोप है। कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा जाएगा। ग्रामीण सत्यनारायण प्रसाद ने बताया कि हमारे घर के सामने लगा सरकारी चापाकल बढिया चल रहा था। कई घरों के लोग पानी ले जाते थे। लेकिन सोमवार को पीएचईडी विभाग के कर्मी एवं मिस्त्री आए और चापाकल उखाड़ लिए। ग्रामीण सत्यनारायण ने बताया कि मना करने के बाद भी नहीं माने। उनलोगों ने कहा कि हमें ऊपर से आदेश है।
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