Chainpur Assembly Seat 2025: सिंचाई की समस्या से नहीं उबर पा रहे किसान, बिजली-पानी के संकट से लोग परेशान
कैमूर जिले के चार वित्तीय वर्ष के दौरान 43 योजनाएं अपूर्ण हैं और आंकड़े इसका प्रमाण हैं कि गत चार वित्तीय वर्ष में चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में विधायक मद से 284 योजनाएं क्रियान्वित की गईं। इनमें 43 योजनाएं अब भी अपूर्ण हैं। इनमें कुछ योजनाओं में विभागीय अड़चन है इसके चलते अपूर्ण हैं।

जागरण संवाददाता, भभुआ (कैमूर)। जिले का चैनपुर विधानसभा क्षेत्र के अधौरा व आसपास के इलाके कैमूर पर्वत शृंखला से घिरे होने के कारण शुरू से दुर्गम रहे हैं, इस कारण आवागमन, स्वास्थ्य, शिक्षा व संचार सुविधाओं से लंबे अरसे तक वंचित रहे। इन चारों जनसुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हुए, परंतु किसानों के लिए सिंचाई की समस्या अभी भी बनी हुई है। इसका स्थाई निदान नहीं हो सका है।
वहीं क्षेत्र में मोबाइल व इंटनेट की कनेक्टिविटी भी संतोषजनक नहीं है। जिले में यह विधानसभा क्षेत्र राजनीति का केंद्र बिंदु है। यहां की राजनीति पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से भी प्रभावित रहती है। जिस तरह यहां की आबोहवा स्वच्छ व स्वछंद है, वैसे ही मतदादाताओं का मिजाज भी।
इन्हीं वजहों से गत विधानसभा चुनाव में यहां से बसपा के टिकट पर मो. जमा खां ने जीत दर्ज की। हालांकि वे बाद में नीतीश कुमार की नीतियों से प्रभावित होकर जदयू में शामिल हो गए और राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बनाए गए।
वादे पूरे करने की कोशिश दिखी, मेडिकल कालेज की स्वीकृति सबसे बड़ी सुविधा चुनाव के दौरान हर प्रत्याशी जनता से कई वादे करते हैं, इनमें जीत किन्हीं एक की ही होती है। आमजन सजग रहे तो अपने प्रतिनिधि को किए गए वादों को भूलने नहीं देते।
चैनपुर के मतदाता ऐसे ही हैं, वहीं चुने गए विधायक मो. जमा खां भी अपने कार्यकाल में चुनावी वादे पूरे करने की कोशिश करते दिखे। अपने क्षेत्र में मेडिकल कालेज की स्थापना की घोषणा और उसपर कैबिनेट की स्वीकृति की मुहर लगवाकर क्षेत्र के लोगों को बड़ी सुविधा दिलाई।
मंत्री के प्रयास से अधौरा में डिग्री कालेज, सोन कोहिरा लिंक परियोजना, अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय, अधौरा प्रखंड में बीएसएनएल के 72 मोबाइल टावर, अधौरा में आवासीय विद्यालय, जगदहवां डैम जीर्णोद्धार, बिउर डैम जीर्णोद्धार, भगवानपुर में स्पोर्टस कांप्लेक्स, भगवानपुर में कन्या प्लस टू विद्यालय, सेमरा में आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य कराने की प्रक्रिया जारी है।
चार वित्तीय वर्ष के दौरान 43 योजनाएं हैं अपूर्ण आंकड़े प्रमाण हैं कि गत चार वित्तीय वर्ष में चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में विधायक मद से 284 योजनाएं क्रियान्वित की गईं। इनमें 43 योजनाएं अब भी अपूर्ण हैं। इनमें कुछ योजनाओं में विभागीय अड़चन है, इसके चलते अपूर्ण हैं।
सबसे अधिक 117 योजनाएं विधायक के कार्यकाल के अंतिम वित्तीय वर्ष 2024-25 में क्रियान्वित की गई हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22, 2022-23 व 2023-24 में क्रमश: 26, 71 व 70 योजनाएं क्रियान्वित की गईं। 2023-24 की 11 व 2024-25 की 31 योजनाएं अपूर्ण हैं।
अब भी किसानों की वर्षा के पानी पर निर्भरता चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई की समस्या आज भी प्रमुख मुद्दा है। यहां के कई गांव पहाड़ी क्षेत्र में बसे हैं, लेकिन सिंचाई की समस्या केवल पहाड़ी ही नहीं, बल्कि मैदानी क्षेत्रों में भी है।
चांद प्रखंड में नहरें हैं, पर समय पर पानी नहीं आता। चैनपुर व अधौरा प्रखंड में भी यही हाल है। अब तक जगदहवां डैम से नहरों में पानी छोड़ने की व्यवस्था को सुदृढ़ नहीं किया जा सका है।
नेटवर्क की समस्या नहीं हुई दूर
अधौरा प्रखंड में आज भी मोबाइल नेटवर्क की समस्या है। जिससे लोगों को कई तरह की दिक्कत होती है। चुनाव के दौरान ही यहां नेटवर्क की समस्या दूर कराने का वादा भी जमा खां ने किया था, अब तक केवल बीएसएनएल के टावर लगे हैं, जो ठीक से काम नहीं करते।
चैनपुर विधानसभा एक नजर में
- प्रखंड : भगवानपुर, चांद व अधौरा
- पुरुष मतदाता- 1,77,521
- महिला मतदाता- 1,62,116
- कुल मतदाता- 3,39,637
कहते हैं लोग
सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये प्रतिमाह करने का निर्णय सराहनीय है। इससे वृद्धजन, विधवा एवं दिव्यांगों को लाभ होगा। अब तक मिल रहे चार सौ रुपये से इस महंगाई में कुछ नहीं हो पाता था।
सुनील अग्रवाल, भगवानपुर
पेंशन की राशि बढ़ाने की मांग कई वर्ष से लोग कर रहे थे। विधानसभा चुनाव से पहले पेंशन बढ़ी। अब इसमें राजनीतिक बात जो भी हो, लेकिन इससे वृद्धों, विधवा महिलाओं व दिव्यांगों को लाभ होगा।
हरिशंकर सिंह, तरैयां
चैनपुर विधायक का कोई भी कार्य धरातल पर नहीं दिख रहा है। केवल बयानबाजी है। पूर्व विधायकों के कई कार्य का बोर्ड हटाकर अपना बोर्ड लगा दिया गया है। जिनमें रामगढ़ से कर्मनाशा नहर का रास्ता व रामगढ़ की कई सड़कें हैं।
सुशील कुमार, डीहा
विधायक ने चैनपुर हरसू ब्रह्मधाम में 1.5 करोड़ रुपये देने की बात कही थी, जिससे धर्मशाला बनना था। धरातल पर देख लिया जाए, कुछ भी नहीं है।
धर्मेंद्र पांडेय, जगरिया
चैनपुर विधानसभा में सबसे मुख्य समस्या सिंचाई की है। इसका निदान निकालने के नाम पर ही वे विधायक बने थे, लेकिन समाधान नहीं हुआ। किसान आज भी वर्षा पर निर्भर हैं। जगदंहवां डैम से जुड़ी नहर की खोदाई नहीं होने के कारण खेतों तक पानी नहीं पहुंचता है। खरौडा में सड़क की मरम्मत कराई गई, इसके अलावा कुछ नहीं।
अनिल कुमार राय, ग्राम खरौडा
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