कब्रिस्तान में काली करतूत का पर्दाफाशः दिन में शांति; रात में खेल, पुलिस पहुंची तो कब्र का हाल देख हो गई हैरान
भगवानपुर के रामगढ़ गांव में पुलिस ने कब्रिस्तान से करीब सौ लीटर महुआ शराब बरामद की। तस्करों ने कब्र से अवशेष निकालकर वहां शराब छिपाई थी। ग्रामीणों ने पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं। थानाध्यक्ष ने कहा कि तस्करों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। शराबबंदी के बाद तस्कर नए-नए तरीके अपना रहे हैं लेकिन इस बार कब्रिस्तान का इस्तेमाल चौंकाने वाला है।
संवाद सूत्र, भगवानपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के रामगढ़ गांव स्थित कब्रिस्तान से पुलिस ने शुक्रवार की देर शाम करीब सौ लीटर अर्धनिर्मित महुआ शराब बरामद की।
गुप्त सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी कर शराब को मौके पर ही मिट्टी में मिलाकर नष्ट कर दिया।
जानकारी के अनुसार तस्करों ने कब्रिस्तान में तीन वर्ष पूर्व दफनाए गए शव के अवशेष को बाहर निकालकर वहां महुआ जावा छिपा रखा था। अवैध धंधे को सुरक्षित तरीके से संचालित करने के लिए कब्रिस्तान को ठिकाना बनाया गया था।
पुलिस की कार्रवाई के बाद गांव में चर्चा है कि कब्रिस्तान जैसे पवित्र स्थान को भी तस्कर नहीं छोड़ रहे। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि इतने दिनों तक पुलिस को इसकी भनक क्यों नहीं लगी।
थानाध्यक्ष ने बताया कि तस्करों की पहचान की जा रही है और इस कृत्य में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि शराब तस्करों व पुलिस के बीच लुकाछिपी का खेल शराबबंदी के बाद से ही चल रहा है।
तस्कर नए-नए उपाय कर शराब की तस्करी करते हैं। जब उस उपाय से लाई जा रही शराब पकड़ी जाती है तो फिर दूसरा उपाय कर लेते हैं। अब तक पहाड़ी क्षेत्रों में भट्ठी, वाहन से तस्करी, बोरी में छिपा कर या गैलेन में शराब की तस्करी का मामला सामने आया था, लेकिन इस बार तस्करों के उपाय ने सबको चौंका दिया है।
किसी को यह विश्वास ही नहीं हो रहा है कि कब्रिस्तान में कब्र से अवशेष को निकाल कर कोई शराब कैसे छिपा सकता है।
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