भभुआ रोड स्टेशन पर महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव की मांग, जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से यात्रियों में निराशा
भभुआ रोड स्टेशन पर महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव न होने से यात्री निराश हैं। जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण 'बी' श्रेणी के इस स्टेशन पर आठ जोड़ी ट्रेनों के ठहराव की मांग पूरी नहीं हो रही है। रेलवे को करोड़ों का राजस्व देने के बावजूद यात्री सुविधाओं का अभाव है, जिससे लोगों में आक्रोश है। वाराणसी देवघर वंदे भारत एक्सप्रेस के ठहराव की भी मांग की जा रही है।

संवाद सहयोगी, मोहनियां। जिले के भभुआ रोड स्टेशन पर महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव नहीं होने से यात्रियों में मायूसी है। बी श्रेणी वाले इस स्टेशन पर आठ जोड़ी महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव की लंबे समय से मांग हो रही है। जनप्रतिनिधियों की उदासीनता यात्रियों पर भारी पड़ रही है।
बिहार सरकार में जिले के दो दो मंत्रियों का प्रतिनिधित्व रहा। इसके बाद भी ट्रेनों का ठहराव न होना आश्चर्य की बात है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय-गया रेलखंड पर अवस्थित यह स्टेशन रेल प्रशासन को हर माह करोड़ों रूपये का राजस्व देता है। लंबे समय से यहां कई महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव की मांग हो रही है।
यात्री सुविधा समिति ने भभुआ रोड स्टेशन का निरीक्षण किया
जिलावासी स्थानीय सांसद, विधायक सहित रेलवे के वरीय अधिकारियों को हर साल मांग पत्र सौंपते रहे हैं। जो आज तक ठंडे बस्ते में पड़ी हैं। दो साल पूर्व रेल मंत्रालय की यात्री सुविधा समिति ने भभुआ रोड स्टेशन का निरीक्षण किया था।
उस समय निकाय एमएलसी व बिहार के निवर्तमान श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह, मोहनियां के पूर्व विधायक निरंजन राम के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने समिति को आठ जोड़ी महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव से संबंधित मांग पत्र सौंपा था।
आठ जोड़ी ट्रेनों के ठहराव की मांग
जिसमें लालकुंआ हावड़ा एक्सप्रेस, नई दिल्ली रांची राजधानी एक्सप्रेस, पुरी नई दिल्ली नंदनकानन एक्सप्रेस, गरबा गांधीधाम एक्सप्रेस, आगरा कोलकाता साप्ताहिक एक्सप्रेस, गोरखपुर शालीमार एक्सप्रेस व कोलकाता अमृतसर एक्सप्रेस का नाम शामिल था।
11 वर्षों से केंद्र में भाजपा की सरकार है। बिहार में भी भाजपा-जदयू की सरकार रही। इसके बाद भी ट्रेनों का ठहराव न होना जन प्रतिनिधियों की उदासीनता का परिचायक है। पूर्व सांसद छेदी पासवान ने रेलमंत्री से मिलकर भभुआ रोड स्टेशन पर उक्त ट्रेनों के ठहराव की कई बार मांग की थी। रेल प्रशासन को पत्र भी लिखा था। इसके बाद भी ट्रेनों का ठहराव नहीं हो सका।
वाराणसी देवघर वंदे भारत एक्सप्रेस ठहराव की मांग
छह माह पूर्व तत्कालीन श्रम संसाधन मंत्री ने वाराणसी देवघर वंदे भारत एक्सप्रेस का भभुआ रोड स्टेशन पर ठहराव के लिए रेलमंत्री को पत्र लिखा था। कैमूर जिला के लोगों को देवघर जाने के लिए गया या डीडीयू जंक्शन से ट्रेन पकड़नी पड़ती है। इसका ठहराव होने से बैजनाथ धाम जाना आसान हो जाएगा। सड़क मार्ग से वहां जाने में 12-13 घंटे का समय लगता है।
मोहनियां निवासी सोनू गुप्ता ने कहा कि भभुआ रोड स्टेशन से रेलवे को हर महीने करोड़ो रुपए की आय होती है। महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव नहीं होने से यात्रियों में मायूसी है। अगर उक्त ट्रेनों का ठहराव हो जाए तो यात्रियों को सुविधा के साथ-साथ रेलवे के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी।
इस पर स्थानीय सांसद का कोई ध्यान नहीं रहा। इससे जनता में आक्रोश है। प्रत्यूष आशीष ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय-गया रेलखंड पर अवस्थित भभुआ रोड स्टेशन जिले का सबसे बड़ा स्टेशन है।
केंद्र सरकार यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर संसाधनों के वृद्धि की बात कर रही है। वहीं रेलवे को करोड़ो रुपये राजस्व देने वाले स्टेशनों पर महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव नहीं होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है।
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