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    Kaimoor News: डेंगू रोगियों के इलाज को 30 बेड तैयार, सदर अस्पताल में जांच किट नदारद

    सदर अस्पताल स्थित 30 बेड के नोबल कोरोना वार्ड को संक्रमित वार्ड घोषित करते हुए विभाग ने डेंगू रोगियों को भर्ती कर उसका समुचित इलाज करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। इसकी पुष्टि सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. विनोद कुमार ने की है।

    By Satya Prakash SrivastavaEdited By: Umesh KumarUpdated: Sat, 08 Oct 2022 03:13 AM (IST)
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    सदर अस्पताल में डेंगू वार्ड तैयार। फाइल फोटो

    भभुआ, जागरण संवाददाता। सरकार के निर्देश के बावजूद स्वास्थ्य विभाग डेंगू रोग को लेकर पूरी तरह अलर्ट नजर नहीं आ रहा है। इसके चलते जहां जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पांच से दस की संख्या में डेंगू रोग की जांच के लिए किट उपलब्ध है। वहीं जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में फिलवक्त जांच किट उपलब्ध नहीं है। वैसे सदर अस्पताल स्थित 30 बेड के नोबल कोरोना वार्ड को संक्रमित वार्ड घोषित करते हुए विभाग ने डेंगू रोगियों को भर्ती कर उसका समुचित इलाज करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है।

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    इसकी पुष्टि सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. विनोद कुमार ने की है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में अब तक एक भी डेंगू रोगी नहीं मिला है। वैसे अब तक रामगढ के कलानी तथा रामपुर प्रखंड के खजुरा गांव के एक-एक आदमी पटना मेडिकल कालेज में कुछ दिनों पूर्व कराई गई जांच में डेंगू रोगी पाए गए थे। जिनका इलाज किया गया।इस मामले की जानकारी होने पर जिले के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संबंधित गांवों में जाकर रोग निरोधी फांगिग करा दिया है।

    डेंगू रोग और उसके लक्षण

    यह डेंगू रोग पानी में रहने वाले एडिस नामक मच्छर के काटने से होता है। रोग के होने पर अचानक अत्यधिक बुखार और शरीर में दर्द होने लगता है। रक्त के स्वस्थ कणों के कम होने से प्लेटलेट कम होने से शरीर कमजोर हो जाता है। साथ ही नांक से बाहर व अंदर रक्त स्राव होने लगता है। जांच के बाद रोग की पुष्टि होने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क कर इलाज शुरू न करने से जान भी जा सकती है।

    डेंगू रोग से बचाव के उपाय

    इस रोग से बचाव के उपाय के संबंध में डा. विनोद कुमार ने बताया कि घर के आसपास जलजमाव न होने दे। अगर एक दो दिन से अधिक दिन तक जलजमाव रहे तो उसमें किरोसीन डालकर किसी लकड़ी से हिला दें। स्वच्छ व ताजा भोजन व जल का उपयोग करें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। घर से बाहर निकलते समय शरीर को ढके रहने वाले वस्त्रों का ही उपयोग करें। बाजार में खुली बिकने वाली खाद्य सामग्री का उपयोग न करें।

    क्या कहते है अधिकारी 

    एसीएमओ डॉक्टर जितेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि सदर अस्पताल में डेंगू रोग की जांच को पूर्व के 13 किट के खत्म होने के साथ किट उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शनिवार तक किट की उपलब्ध्ता न होने पर खुले बाजार से किट की खरीदारी की जाएगी। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू रोग की जांच को किट उपलब्ध है। रोगी को भर्ती करने के लिए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व अनुमंडल अस्पताल को बेड की व्यवस्था किए रहने का निर्देश दिया गया है।

    सदर अस्पताल में 30 बेड का वार्ड बना है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को जांच के बाद डेंगू रोगियों को सदर अस्पताल रेफर करने का निर्देश दिया गया। सदर अस्पताल में इलाज के बाद रोग के नियंत्रित न होने पर रोगी को हायर सेंटर भेजा जाएगा।